ऑकलैंड : न्यूजीलैंड के इतिहास में पहली भारत के ‘प्रथम व्यक्ति’ राष्ट्रपती प्रणव मुखर्जी को यहाँ की सरजमी पर कदम रखे पूरा एक दिन हो गया है , लेकिन स्थानीय न्यूजीलैंड मीडीया की महामहिम की इस यात्रा के प्रती उदासीनता हतप्रभ कर देने वाली है |
न्यूजीलैंड की सबसे बड़ी समाचार वेबसाईट स्टफ ने उन्हें कोई तवज्जो देने के जेहमत नहीं उठाई वही, यहाँ के प्रमुख समाचार पत्रों से भी उनकी यह एतिहासिक यात्रा नदारत है |
शानिवार ३० अप्रैल को महामहीं ने जहाँ सारा दिन कई सारे सार्वजनिक कार्यक्रमों में हिस्सा लिया वही १ मई को को भी उनकी कई सारी मीटिंग्स जिसमे सबसे प्रमुख राष्ट्रपति महादोय ‘मेड इन इंडिया’ अभियान के चलते न्यूजीलैंड के चुनिन्दा १०० व्यवसाईयों के साथ मंत्रणा कर भारत – न्यूजीलैंड व्यावसायिक सम्बंधों को मजबूत बनाने की अपील करेंगे |
सबसे ज्यादा आश्चर्य की बात यह है न्यूजीलैंड सरकार भारत के साथ अपने व्यव्सायिक हितों के मद्देनज़र भारत के साथ फ्री ट्रेड अग्रीमेंट साइन करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है जिसके चलते प्रधानमंत्री जॉन की हर स्तर पर प्रयास कर रहे है , लेकिन फिर भी स्थानीय मीडिया का ऐसा उदासीन रुख कई प्रश्न खड़े करता है |