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शादी के पहले 6 महीने बर्दाश्त कर ली ये बातें, तो पूरी रिश्तेदारी में सासू मां तारीफ करती नहीं थकेंगी


इसमें कोई दोराय नहीं इन दिनों शादी के बाद अकेले रहने का ट्रेंड बढ़ गया है। अब जॉइंट फैमिली कम ही देखने को मिलती है। लेकिन अगर हॉकी शादी सयुंक्त परिवार में हो गई है, तो जीवनसाथी के साथ सास-ससुर, ननद-देवर जैसे रिश्ते भी मिलने वाले हैं।
किसी ने बिल्कुल ठीक कहा है कि शादी प्यार और चुनौतियों से भरी एक खूबसूरत जीवन यात्रा है, जिसमें आप अपने साथी के साथ केवल आगे ही नहीं बढ़ते बल्कि हर दिन कुछ नया भी सीखते हैं। यह एक ऐसा रिश्ता है, जो खुशियों के साथ-साथ जिम्मेदारियां भी लाता है, जहां से न केवल एक नए जीवन की शुरूआत होती है बल्कि जिंदगी जीने का तरीका भी पूरी तरह बदल जाता है।
हालांकि, शादी के बाद लड़का और लड़की दोनों की लाइफ में बहुत सारे बदलाव आते हैं, लेकिन इसका सबसे ज्यादा असर घर की बहू पर पड़ता है। ऐसा इसलिए क्योंकि अपने पति को खुश रखने के साथ-साथ उस पर अपने सास-ससुर और ननद के साथ मजबूत रिश्ता बनाने का प्रेशर भी होता है, जिसके लिए बहुत ही धैर्य और हिम्मत ही जरूरत पड़ती है। इसका सबसे बड़ा कारण क्योंकि इसी दौरान की छोटी-छोटी गलतियां और गलतफहमियां रिश्ते में न केवल खटास पैदा कर देती हैं बल्कि पहले जैसी बात भी नहीं रहती। इसलिए तो कहा भी गया है कि अगर शादी के पहले 6 महीने आपने अच्छे से निकाल लिए, तो फिर किसी तरह की कोई दिक्कत नहीं होती।
बात-बात पर मायके को न लाएं बीच में – इस बात से बिल्कुल इनकार नहीं किया जा सकता कि शादी के बाद अपना घर-परिवार छोड़ना किसी भी लड़की के लिए आसान नहीं होता। लेकिन अब आपको समझना पड़ेगा कि आपका नया परिवार बना है, जहां के तौर-तरीके एकदम अलग है। ऐसे में आपके घर में क्या होता था, वो वहीं रहने दें। अब आप यहां के तरीकों में ढलने की कोशिश करें। शादी के बाद अगर आप सास और ननद से रिश्ते मजबूत रखना चाहती हैं, तो दोनों परिवारों के बीच तुलना करने से बचें।
कम बातचीत करना – अगर आप अपनी सास और ननद से खुलकर बात नहीं करती हैं, तो आप उनका दिल जीतने की कितनी भी कोशिश क्यों न कर लें, वो कभी खुश नहीं होने वाले हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि बातचीत एक ऐसी चीज है, जो शादी को बना और बिगाड़ दोनों सकती है। अगर आपको अपने परिवारवालों से कुछ भी कहने से पहले दो बार सोचना पड़े या जो बातें आपको परेशान कर रही हैं, उन्हें व्यक्त करना मुश्किल हो, तो इस रिश्ते में खटास आना लाजमी है।
पसंद-नापसंद का रखें ख्याल – अगर आप वाकई में ससुराल वालों के बीच अपनी जगह बनाना चाहती हैं, तो सबसे पहले उनकी पसंद-नापसंद जानने की कोशिश करें। पसंद-नापसंद जानने के बाद उसके अनुसार व्यवहार करना रिश्तों में मिठास ला सकता है। हालांकि, हम इस बात को मानते हैं कि किसी भी रिश्ते को मजबूत बनाने के लिए एक तरफ से नहीं बल्कि दोनों तरफ से कोशिश होती है। लेकिन अगर शुरूआत में आप उनकी पसंद को प्राथमिकता देंगीं, तो सासू मां तारीफ करने में बिल्कुल पीछे नहीं रहेंगी।
मदद के लिए रहें तैयार – शादी के बाद नए रिश्तों की नींव को मजबूत बनाने के लिए घर के छोटे-मोटे कामों में मदद के लिए तैयार रहें। अगर परिवार के किसी व्यक्ति को आपकी जरूरत है, तो उनके काम आए। ऐसा इसलिए क्योंकि बहुत सी लड़कियां शादी के बाद भी केवल अपना काम करना ही पसंद करती हैं, जोकि बहुत ही गलत तरीका है। अब आपके ऊपर पूरे परिवार की जिम्मेदारी है। ऐसे में आपको समझना होगा कि आप अकेले नहीं है। आपको दूसरों के काम भी आना है।