नई दिल्ली। वर्ष 2022 में कतर में होने वाले फीफा वर्ल्ड कप में 1.50 लाख भारतीयों को नौकरी मिलने की संभावना हैं। वर्ल्ड की तैयारियों को लेकर बड़े पैमाने पर होने वाले निर्माण कार्य के लिए लगभग डेढ़ लाख भारतीय कुशल श्रमिकों का रास्ता खुलने वाला है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कतर यात्रा के दौरान इस मुद्दे पर अहम बातचीत होनी है। पिछले कुछ वर्षों में कतर ईंधन और गैस के व्यापार के साथ भारत के लिए सामरिक लिहाज से भी अति महत्वपूर्ण देश बनकर उभरा है।
सुरक्षा और आतंकवाद पर भी कतर के साथ अहम फैसले होने हैं। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल भी पीएम मोदी के साथ यात्रा कर रहे हैं।
हालांकि सूत्रों की माने तो वर्ल्ड कप के लिए कई भारतीय कंपनियां पहले से कतर में काम कर रही हैं। मगर कुशल मजदूरों की आपूर्ति के लिए बांग्लादेश पहले से जुगत में लगा रहा है।
सूत्रों ने बताया कि कतर में फिलहाल लगभग तीन लाख कुशल मजदूरों की मांग है। भारत चाहता है कि इसमें से आधे मजदूरों की आपूर्ति यहां से हो। गौरतलब है कि कतर में सिर्फ चार लाख मूल नागरिक हैं, लेकिन वहां की जनसंख्या लगभग 25 लाख है।
यानी तेल और गैस से काफी धन इकट्ठा कर चुके इस देश में दुनियाभर के लगभग 21 लाख लोग काम करते हैं। इनमें से तकरीबन सात लाख लोग अकेले भारत से हैं।
कतर में भारत के लोगों में लगभग 90 फीसदी केरल के नागरिक हैं। सूत्रों के मुताबिक सरकार की योजना है कि कतर में कुशल श्रमिकों की आपूर्ति भारत के अन्य क्षेत्रों से भी हो।