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पीएम मोदी ने दी शहबाज शरीफ को बधाई, भारत-पाकिस्तान में फिर होगी दोस्ती, जानें क्या कहते हैं विशेषज्ञ?


नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ को बधाई दी है. एक्स पर भेजे संदेश में पीएम मोदी ने लिखा, शहबाज शरीफ को दूसरी बार पाकिस्तान का प्रधानमंत्री बनने पर बधाई। पीएम मोदी ने ये बधाई संदेश तब भेजा है जब शरीफ ने पाकिस्तान के पीएम का पद संभालने के बाद कश्मीर को लेकर जहर उगला था. तब ये कयास लगने लगे थे कि भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव अभी कम नहीं होने वाला है, लेकिन पीएम मोदी के बधाई संदेश के बाद एक बार फिर ये सवाल उठने लगा है कि क्या दोनों देशों के रिश्तों में जमी बर्फ पिघलने वाली है. आखिर विशेषज्ञ इस बारे में क्या सोचते हैं, आइए जानते हैं.
शहबाज शरीफ ने सोमवार को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री पद की शपथ ली है. शरीफ ने ऐसे समय में देश की कमान संभाली है, जब पाकिस्तान आर्थिक बदहाली से बुरी तरह जूझ रहा है. पाकिस्तान में इस समय सरकार की पहली प्राथमिकता देश की अर्थव्यवस्था में सुधार लाने की है. पाकिस्तान बिना पड़ोसी देशों से रिश्ते सुधारे इसे ठीक नहीं कर सकता है. यही वजह है कि पाकिस्तान में इस बात की संभावना पर जोर दिया जाता है कि वो भारत से रिश्ते सुधारे. बावजूद इसके कई ऐसे कारण हैं जो ये संकेत देते हैं कि भारत और पाकिस्तान के बीच अभी रिश्ते सामान्य नहीं होने वाले हैं.
पाकिस्तान में कमजोर सरकार – पाकिस्तान की प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की पार्टी पीएमएलएन का रुख भले ही भारत से रिश्ते जोड़ने पर सकारात्मक है लेकिन ये बात भी सच है कि शहबाज शरीफ कई पार्टियों के साथ जोड़तोड़ की सरकार चला रहे हैं. भारत के साथ रिश्ते जोड़ने में ये सबसे बड़ी बाधा है. पाकिस्तान की राजनीति में भारत विरोध का मुद्दा अहम भूमिका निभाता है. ऐसे में शहबाज शरीफ को भारत से बातचीत के मुद्दे पर दूसरे सहयोगियों का साथ मिलना मुश्किल है और वे रिस्क भी नहीं उठाना चाहेंगे. उसके मुकाबले भारत में मजबूत सरकार रखने वाले पीएम मोदी के लिए ये रिस्क उठाना आसान होगा.
नवाज शरीफ हुए कमजोर – पाकिस्तान की वर्तमान सत्ताधारी पार्टी पर सबसे ज्यादा असर रखने वाले नवाज शरीफ ने पाकिस्तान के आम चुनावों के दौरान ये कहा था कि सत्ता में आने पर वे भारत के साथ रिश्ते सुधारेंगे. शरीफ को उम्मीद थी कि उनकी पार्टी सरकार बनाने लायक सीटें हासिल कर लेगी लेकिन चुनावों में पीएमएलएन के प्रदर्शन ने नवाज शरीफ को बड़ा झटका दे दिया. इसके बाद न सिर्फ नवाज शरीफ को पीएम पद की उम्मीदवारी से हटना पड़ा बल्कि अब उन्हें एक बार फिर से देश में पार्टी को फिर से मजबूत करने के लिए नए तरीके पर भी सोचना पड़ेगा. खासतौर पर तब, जब इमरान खान ने जेल में रहते हुए भी अपने प्रदर्शन से सभी का चौंका दिया है.