1. धन और जीवन संबंधित समस्याओं को दूर करने के लिए करें ये काम : शास्त्रों और पुराणों में मनुष्य को खुशहाल और श्रेष्ठ जीवन के बारे में कई नियम बताए गए हैं, इन नियमों का पालन करने से ना सिर्फ वह खुशी वह समृद्ध रहता है बल्कि उसको ज्ञान की प्राप्ति होती है। जिससे वह ईश्वर के समीप महसूस करता है। इन परंपराओं और नियमों को मानने से भाग्य की बाधाएं दूर होती हैं और सभी कार्य आसानी से बनने लगते हैं। आप अपने भाग्य को जगाने के लिए और जीवन की सभी बाधाओं को दूर करने के लिए इस श्लोक को याद रखें, जिससे आपकी जिंदगी खुशहाल हो सकती है। आइए श्लोक के माध्यम से जानते हैं कि ऐसे कौन-सी पांच चीजें हैं, जिनके करने से आपको सोया हुआ भाग्य भी जाग जाएगा…
2. मोक्ष की होती है प्राप्ति
विष्णुरेकादशी गीता तुलसी विप्रधेनव:।
असारे दुर्गसंसारे षट्पदी मुक्तिदायिनी।।
श्लोक में सबसे पहले बताया गया है कि अपनी जिंदगी को बेहतर बनाने के लिए भगवान विष्णु की पूजा और एकादशी को व्रत रखना चाहिए। शास्त्रों में बताया गया है कि जो जातक एकादशी का व्रत रखता है, उसको सभी कष्टों से मुक्ति मिलती है और अर्थ, काम व मोक्ष की प्राप्ति होती है। एकादशी को व्रतराज घोषित किया गया है, जो भी इस व्रत में भगवान विष्णु की पूजा करता है, उसका भाग्य हमेशा उसका साथ देता है।
3. सभी समस्याओं से मिलती है मुक्ति : शास्त्रों में बताया गया है कि जो भी श्रीमद्भागवत गीता का हर रोज पाठ करता है, उसको जीवन में कभी कोई समस्या नहीं होती क्योंकि गीता में सभी समस्याओं से मुक्ति का ज्ञान बताया गया है। भगवान कृष्ण द्वारा दिए गए उपदेश से हर कष्ट से मुक्ति मिलती है। उसको भगवान की कृपा भी प्राप्त होती है, जिससे उसके ज्ञान में भी इजाफा होता है।
4. वास्तु दोष भी होता है ठीक : सनातन धर्म में तुलसी को बहुत पूजनीय माना गया है और इसको देवी के समान दर्जा प्राप्त है। क्योंकि भगवान विष्णु ने तुलसी को अपने सिर पर स्थान दिया है और बिना तुलसी दल के वह प्रशाद भी ग्रहण नहीं करते हैं। तुलसी की हर रोज सेवा करने से ना सिर्फ घर में सुख-शांति का वास होता है बल्कि वास्तु दोष की भी समस्या खत्म होती है। इसकी हर रोज पूजा करने से माता लक्ष्मी समेत कई देवी-देवता प्रसन्न होते हैं।
5. सभी देवी-देवता होते हैं प्रसन्न : शास्त्रों में बताया गया है कि गरीब व जरूरतमंद लोगों की हमेशा मदद करनी चाहिए और उनको दान देना चाहिए। जो इनका अपमान करते हैं, वह जीवन में कभी सुख प्राप्त नहीं कर सकते हैं। इनका हमेशा सम्मान करना चाहिए क्योंकि ऐसा करने से सभी देवी-देवता बहुत प्रसन्न होते हैं, जिससे वह अपना आशीर्वाद देते हैं। इनको खाना खिलाने और सेवा करने से घर में सकारात्मक ऊर्जा आती है।
6. संतान और धन प्राप्ति के लिए उत्तम : शास्त्रों में बताया गया है कि गाय में 33 करोड़ देवी-देवताओं का वास होता है और भगवान कृष्ण खुद गाय की सेवा करते थे और इनका निवास गोलोक बताया गया है। गाय से प्राप्त होने वाले दूध, गौमूत्र और गोबर आदि हर चीज स्वास्थ्य वर्धक है। विज्ञान भी मान चुका है कि हर रोज गौमूत्र पीने से कैंसर जैसी घातक बीमारियों से निजात पाया जा सकता है। संतान और धन की प्राप्ति के लिए गाय की सेवा करना सबसे उत्तम माना गया है।