31 जनवरी 2021, रविवार के दिन माघ मास की चतुर्थी का विशेष महत्व है… इस चतुर्थी को तिल चतुर्थी भी कहा जाता है… इंदौर के खजराना गणेश मंदिर के मुख्य पुजारी श्री अशोक भट्ट तिल चतुर्थी का महत्व बताते हुए कहते हैं कि गणेश पुराण के अनुसार तिलचतुर्थी को भी भगवान गणेश का जन्म माना जाता है… ये चतुर्थी माघ मास में आती है और ठंड होने की वजह से इस समय तिल और गुड़ खाने से शरीर स्वस्थ रहता है… श्री भट्ट के अनुसार वर्ष भर में 24 चतुर्थी आती है उसमें 12 कृष्ण पक्ष की और 12 शुक्ल पक्ष की होती है, इसमें से कृष्ण पक्ष की चार चतुर्थी काफी महत्वपूर्ण और बड़ी मानी जाती है और इसी में तिल चतुर्थी को विशेष महत्व दिया गया है… खजराना गणेश मंदिर के लिए ये चतुर्थी इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि इसी दिन वर्ष 1735 में मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा भट्ट परिवार के मूल पुजारी द्वारा एवं मां अहिल्या देवी होलकर के द्वारा की गई थी… और तब से ही तीन दिन का मेला खजराना गणेश मंदिर में होता है…इस दिन भगवान को स्वर्ण मुकुट धारण करवाया जाता है…
साथ ही इंदौर स्थित बड़ा गणपति के पुजारी धनेश्वर दाधीच बताते हैं कि तिल चतुर्थी को संकष्टी चतुर्थी भी कहा जाता है और ये भगवान गणेश के जन्म के छह महीने पश्चात आती है… मान्यता है कि इस चतुर्थी को भगवान गणपति के दर्शन करने से सारे कष्ट दूर हो जाते हैं… इसलिए इस चतुर्थी को विशेष माना गया है…
किस राशि के लोगों के लिए लाभकारी- बड़ा गणपति मंदिर के पुजारी बताते हैं कि कन्या राशि और तुला राशि के लोगों के लिए तिलचतुर्थी काफी महत्वपूर्ण रहेगी…इस दिन चतुर्थी का व्रत करना चाहिए औरकमल के फूल भगवान गणेश को अर्पण करना चाहिए
क्या करें तिल चतुर्थी के दिन – धनेश्वरजी बताते हैं कि इस दिन भगवान गणपति की आराधना करना चाहिए और व्रत भी करना चाहिए.. साथ ही घी का दीपक लगाने के साथ ही तिल-गुड़ के पांच लड्डू भी भगवान गणेश को चढ़ाना चाहिए… इससे भगवान सभी मनोकामनाओं को पूर्ण करते हैं और सारे संकटों को भी दूर करते हैं….
वर्ष की चार चतुर्थी बहुत महत्वपूर्ण- भादौ माह में चतुर्थी के दिन गणेशजी का जन्म हुआ था.. इसे गणेश चतुर्थी भी कहा जाता है…इसके अलावा कार्तिक मास की करवा चतुर्थी को करवा चौथ के नाम से भी जाना जाता है.. विशेष पति की दीर्घायु के लिए होती है…साथ ही वैशाख माह की चतुर्थी भी काफी महत्व की होती है जो अप्रैल माह में आती है… वैवाहिक जीवन प्रारंभ करने के लिए इसे विशेष माना जाता है…