शुक्रवार के दिन माता लक्ष्मी की पूजा का विधान है। इस दिन माता लक्ष्मी की पूजा करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती है। इसके साथ ही घर में सुख-समृद्धि का वास होता है। तंत्र शास्त्र के अनुसार कुछ सरल उपाय करने से मां लक्ष्मी अपने भक्तों पर प्रसन्न हो जाती है। इन उपायों को अक्षय तृतीया पर किया जाए तो देवी लक्ष्मी की शीघ्र कृपा प्राप्त होती है।
देवी लक्ष्मी की पूजा के समय सबसे पहले विष्णु मंत्र का 108 बार जाप करें। इससे लक्ष्मी माता प्रसन्न होती हैं।
शुक्रवार को श्रीयंत्र का गाय के दूध से अभिषेक करें। अभिषेक का जल पूरे घर में छिड़क दें व श्रीयंत्र को कमलगट्टे के साथ धन स्थान पर रख दें। इससे धन लाभ होने लगेगा।
जरूरतमंदों की मदद करने वालों पर देवी लक्ष्मी की विशेष कृपा होती है। अक्षय तृतीया या शुक्रवार के दिन गरीब व्यक्ति को दूध दान करें।
मां लक्ष्मी के चरणों में सुहाग की सामग्री अर्पण करें। उसके बाद माता का आशीर्वाद लेकर ये सामग्री सुहागन को दान करें। इससे मां लक्ष्मी प्रसन्न होती है।
कुंडली में शुक्र ग्रह के अशुभ होने से वैवाहिक जीवन में सुख-शांति नहीं रहती। 11 या 21 शुक्रवार का व्रत कर मां लक्ष्मी जी की पूजा करें। ऐसा करने से दांपत्य जीवन में खुशहाली रहेगी।
शुक्रवार के दिन माता के कात्यायनी स्वरूप की पूजा करने से मनचाहा जीवन साथी मिलता है। इसके अतिरिक्त शुक्रवार को माता की पूजा के साथ ही 40 सोमवार शिवालय जाकर भोलेनाथ का पूजन करने से मनोवांछित वर की प्राप्ति होती है।
अक्षय तृतीया या शुक्रवार के दिन दक्षिणावर्ती शंख में जल भरकर भगवान विष्णु का अभिषेक करें। इस उपाय को करने से मां लक्ष्मी शीघ्र प्रसन्न हो जाती हैं।