भगवान कृष्ण को बांसुरी अधिक प्रिय है। इस वजह से ही धार्मिक शास्त्रों में बांसुरी को बहुत पवित्र माना जाता है। लेकिन ये बांसुरी न केवल धार्मिक पख से ही बल्कि वास्तु में भी बहुत महत्व रखती है। वास्तु के अनुसार बांसुरी के साधारण उपाय करने से ही व्यक्ति अपनी हर मनोकामना सिद्ध कर सकता है। अगर वास्तु के अनुसार घर में अलग-अलग जगह भिन्न-भिन्न रंग की बांसुरी रखी जाए तो व्यक्ति के जीवन की समस्त बाधाएं दूर हो जाती है। आईए जानें वास्तु में बताए गए बांसुरी से संबंधित उपाय-
अगर किसी व्यक्ति के विवाह के योग न बन रहें हो तो, बिस्तर के पास तकिए के नीचे लाल बांसुरी रखें। इस से मनचाहे जीवनसाथी मिलने के योग बनने लगते हैं।
मनचाही नौकरी पाने के लिए अपने कक्ष के द्वार के पास पीली रंग की बांसुरी टांग दें।
व्यापार में वृद्धि व धन लाभ के लिए दुकान के गल्ले या घर की तिजोरी के पास चांदी की बांसुरी रखें।
घर के मंदिर या पूजा स्थल में मोर पंख वाली बांसुरी रखने से घर-परिवार के अटके जरूरी काम पूरे होने की संभावना बनने लगती है।
संतान प्राप्ति की इच्छा रखने वाले दंपति को अपने बैडरूम में हरे रंग की बांसुरी रखनी चाहिए। ध्यान रखें कि उसे एेसी जगह रखें कि उस पर सभी की नजर न पढ़े।
अगर किसी व्यक्ति को नया व्यापार शुरू करना हो तो उसे अपने कपड़ों की अलमारी में लकड़ी की बांसुरी रखनी चाहिए।
परीक्षा में सफलता पाने के लिए विद्यार्थी अपने कमरे में सफेद बांसुरी रखें। इसे रखने से परीक्षा में सफलता के आसार बनने लगते हैं।
रोग बीमारियों से छुटकारा पाने के लिए किचन में गोल्डन बांसुरी रखना अच्छा माना जाता है।
घर में चल रहे लड़ाई-झगड़ों के छुटकारे हेतु घर के हाॅल में एक ही रंग की दो बांसुरियां रखें।
परिवार को नैगेटिविटी से बचाने के लिए घर की छत पर काले रंग की बांसुरी टांग दें। इस से घर में से नकारात्मक ऊर्जा बाहर होती है और सकारात्मक ऊर्जा घर में प्रवेश करने लगती है।