जैसे कि सब जानते ही होंगे कि ज्योतिष शास्त्र के अनुसार हर देवता को एक दिन समर्पित है। मंगलवार का दिन पवनपुत्र हनुमान को समर्पित है। इसलिए इस दिन इनकी पूजा-अर्चना करना विशेष रहता है। वैसे तो संकटमोचन हनुमान को खुश करने के लिए हनुमान चालीसा का पाठ करना शुभ माना जाता है। लेकिन कुछ लोग निरंतर इसका पाठ करते हैं, फिर भी उन्हें अच्छे फल प्राप्त नहीं होते। तो यदि आप भी मंगलवार के साथ बाकि दिन भी बजरंगबली के चालीसा का पाठ करते हैं और आपको उसका फल नहीं मिल रहा तो घबराइए मत हम आपको बताने वाले कि आखिर क्यों आपको आपके किए गए पाठ का लाभ क्यों नहीं मिल रहा।
सबसे पहले जाने लें कि हनुमान चालीसा के पाठ की शुरुआत मंगलवार या शनिवार से करके 40 दिनों का अनुसरण कीजिए। उसके बाद अगले 11 शनिवार और अगले 11 मंगलवार तक एक दिन के अंदर 21 पाठ करें। ध्यान रहे कि पाठ केवल सुबह-सुबह 4 बजे शुरू करना होगा, तभी लाभ प्राप्त होंगे।
ज्योतिष की मानें तो अगर इसी प्रकार से नियमानुसार हनुमान चालीसा का पाठ किया जाए तो हर मनोकामना पूर्ण होती है और इच्छानुसार फल प्राप्त होते हैं। इस विधि के द्वारा पाठ करने के बाद प्रसाद को गाय और बंदर को खिलाएं। बाद में सभी भक्तों में बांट दें।
ज्योतिष के मुताबिक जब चालीसा का पाठ पूरा हो जाए तो हवन करवाना भी बहुत अनिवार्य होता है। हर चौपाई के बाद एक आहुति दीजिए। जब हवन हो जाए तो गरीबों में बूंदी चूरमा बांट दीजिए।
अगर उपरोक्त बताए गए नियमों के अनुसार पूजा की जाए तो अनुष्ठान पूरा हो जाता है और हनुमान चालीसा का पाठ सिद्ध हो जाता है। तो अगर कभी भी संकट में घिरें हो तो इसे इसी नियम अनुसार ही पढ़े, तुरंत चमत्कारी असर दिखेगा।