आज के समय में आभूषणों का शौंक महिलाओं के साथ-साथ पुरूषों में भी देखने को मिलता है। आभूषण चाहे कैसा भी हो सोने का हो या चांदी का उसके फायदे बहुत होते हैं। ज्योतिष में नौ ग्रह बताए गए हैं और सभी ग्रहों की अलग-अलग धातु है। ग्रहों का राजा सूर्य है और मंगल को सेनापति माना गया है। सूर्य और मंगल की धातु तांबा है और हिंदू धर्म में सोना, चांदी और तांबा, ये तीनों धातुएं पवित्र मानी गई हैं। इसलिए पूजा-पाठ में इसका प्रयोग करना शुभ माना गया है। लेकिन क्या आपको पता है कि तांबे की अंगूठी के कितने फायदे हो सकते हैं। अगर नहीं तो चलिए आज हम आपको इसे पहनने से होने वाले फायदों के बारे में बताएंगे।
अगर आयुर्वेद के अनुसार देखा जाए तो तांबे के बर्तनों का उपयोग करने से हमारी रोगप्रति रोधक क्षमता बढ़ती है। यही लाभ तांबे की अंगूठी पहनने से भी मिलता है। तांबे की अंगूठी पेट संबंधित सभी समस्याओं में काफी फायदेमंद है।
कहते हैं कि अगर तांबे की अंगूठी लगातार हमारे शरीर के संपर्क में रहे तो इससे तांबे की औषधीय गुण शरीर को मिलते रहते हैं और इसे पहनने से खून साफ होता है।
ऐसा भी माना गया है कि लगातार त्वचा के संपर्क में तांबा रहने से त्वचा की चमक बढ़ती है।
तांबे की अंगूठी ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करती है। ये हाई ब्लड प्रेशर या लो ब्लड प्रेशर से पीड़ित लोगों के लिए बहुत फायदेमंद होती है।
अगर किसी व्यक्ति के शरीर के किसी हिस्से में सूजन हो तो तांबे की अंगूठी को पहनकर रखने से वह धीरे-धीरे कम हो जाती है।
तांबे की अंगूठी शरीर की गर्मी को कम करने में भी मदद करती है। इसे पहनने से शारीरिक और मानसिक तनाव कम होता है। इसके साथ ही गुस्से पर नियंत्रण होता है।
अगर ज्योतिषिय नजरिए से देखा जाए तो तांबे की अंगूठी में माणिक और मूंगा पहना जा सकता है। हालांकि ये रत्न किसी ज्योतिष विशेषज्ञ की सलाह लिए बिना नहीं पहनने चाहिए।