किसी भी घर का बाथरूम उस घर के वास्तु में सबसे अहम भूमिका निभाता है। क्या आप जानते हैं कि आपके घर का लेट बाथ आपके जीवन पर सीधा असर डालता है। यदि बाथरूम सही दिशा में न हो, तो आर्थिक तंगी और बीमारियों का सामना करना पड़ सकता है। जानिए बाथरूम से जुड़े कुछ खास उपाय, जो आपकी आर्थिक स्थिति को मजबूत बना सकते हैं, पैसों की तंगी दूर कर सकते हैं और घर को पाजीटिव बना सकते हैं।
‘लेट बाथ’ का वास्तुदोष : अधिकांश लोग घर के बाथरूम की स्थिति पर अधिक विचार नहीं करते हैं। जबकि कई बार बाथरूम के वास्तुदोष का बुरा असर हमारी आर्थिक स्थिति पर भी पड़ता है। यदि ईशान यानी उत्तर-पूर्व में लेट बाथ हों, तो घर में हमेशा बीमारियों का डेरा जमा रहता है। घर की आर्थिक स्थिति भी ठीक नहीं रहती। सब कुछ होते हुए भी हमेशा पैसों की तंगी बनी रहती है।
नल से पानी टपकना : यदि किसी व्यक्ति के घर में बाथरूम का नल या किसी अन्य स्थान का नल लगातार टपकता रहता है, तो इस छोटी बात को वास्तु में गंभीर दोष बताया गया है। ऐसा माना जाता है कि जैसे-जैसे नल से पानी टपकता रहता है, उस घर में वैसे-वैसे धन का अपव्यय होता रहता है। ऐसे घरों में हमेशा ही पैसों की तंगी बनी रहती है।
आपके घर में पानी का अपव्यय कई प्रकार के वास्तु दोष उत्पन्न करता है। इन दोषों का सीधा प्रभाव हमारे स्वास्थ्य पर और आर्थिक जीवन पर पड़ता है। अत: पानी के अपव्यय को रोका जाना चाहिए। लगातार टपकते नल को तुरंत ही ठीक करवाना चाहिए।
टंकी बनाएं इस दिशा में : नलों के साथ ही टंकियों की मुरम्मत करवाएं और नियमित रूप से पानी की टंकियों की साफ-सफाई करवाएं। घर में कहीं भी नमी हो, तो उसका उचित उपाय करवाएं। ऐसा करने पर आपके घर और परिवार के सदस्यों की बहुत-सी आर्थिक परेशानियां स्वत: दूर हो जाएंगी।
बाथरूम में पानी का बहाव उत्तर दिशा की ओर रखना चाहिए। यदि संभव हो तो बाथरूम घर के नैऋत्य कोण (पश्चिम-दक्षिण दिशा) में बनवाना चाहिए। संभव न हो तो वायव्य कोण (उत्तर पश्चिम दिशा) में भी बाथरूम बनवाया जा सकता है।
गीजर यहां लगाएं : गीजर आदि विद्युत उपकरण अग्नि से संबंधित हैं, अत: इसे बाथरूम के आग्नेय कोण (दक्षिण-पूर्व दिशा) में लगाएं। बाथरूम में एक बड़ी खिड़की व एग्जॉस्ट फैन के लिए अलग से रोशनदान अवश्य होना चाहिए। बाथरूम में गहरे रंग की टाइल्स न लगाएं। हमेशा हल्के रंग की टाइल्स का उपयोग करें।
बाथरूम का दरवाजा बैडरूम में खुले तो : यदि बाथरूम का दरवाजा बैडरूम में ही खुलता हो, तो उसे हमेशा खुला रखने से बचना चाहिए। बाथरूम के बाहर एक पर्दा भी लगाया जा सकता है। बैडरूम में बाथरूम नहीं होना चाहिए। बैडरूम और बाथरूम की ऊर्जाओं का परस्पर आदान-प्रदान हमारे स्वास्थ्य के लिए अच्छा नहीं होता है।