अंग्रेजी नव वर्ष साल 2020 का स्वागत हर कोई खुली बांहों के साथ कर रहा है। 2019 में जो भी अच्छा-बुरा हुआ, उससे सीख लेकर अपने जीवन में आगे बढ़ें। यदि कोई नया रिश्ता जुड़ा है तो उसे सहज कर रखें और टूटा है तो साल 2020 में उसे दोबारा से जोड़ने का प्रयास करें। अपनी तरफ से कुछ छोटे-छोटे जतन करें, जिससे बड़ी-बड़ी खुशियां आपके साथ हमेशा रहेंगी। अपनी मर्जी से जीना चाहते हैं तो रखें इन बातों का ध्यान-
जीवन में कुछ भी पाना है तो विनम्रता उस सफर की पहली सीढ़ी है।
अपने विचारों को नियंत्रित करना सीखें, नहीं तो वे आपको नियंत्रित करेंगे।
कड़क शब्दों में हल्की बात कहने से अच्छा है विनम्र शब्दों में ठोस बात कही जाए।
सत्य का सर्वश्रेष्ठ अभिनंदन यही है कि हम उसे आचरण में लाएं।
हार को जीत में बदलना हो तो अपनी इच्छा को प्रभु इच्छा में मिला दो।
ईमानदारी और परिश्रम का फल देर से पकता है परन्तु बहुत मीठा होता है।
बड़ा आदमी बनना अच्छी बात है पर अच्छा आदमी बनना बहुत बड़ी बात है।
महंगी से महंगी घड़ी पहन कर देख लो वक्त फिर भी व्यक्ति के हिसाब से नहीं चलता।
इसीलिए तो बच्चों पे नूर-सा बरसता है क्योंकि वे शरारतें करते हैं, साजिशें नहीं करते।
पैसे से सुख कभी खरीदा नहीं जाता और दुख का कोई खरीददार नहीं होता।
यहां पर हर किसी को दरारों में झांकने की आदत है, दरवाजे खोल दो तो कोई पूछने नहीं आएगा।
मोबाइल चलाना अब जिसे सिखा रहा हूं मैं, पहला शब्द लिखना उसने मुझे सिखाया था।
मुलाकात जरूरी है, अगर रिश्ते निभाने हों वरना रोप कर भूल जाने से तो पौधे भी सूख जाते हैं।
अपने जीवन पर इगो का साया न पड़ने दें।
छोटी-छोटी बातों को नज़र अंदाज करें।