न्यूयॉर्क: प्रमुख पत्रिका ‘द इकनॉमिस्ट’ के एक नये अध्ययन में राजनीतिग सांठ गांठ से चलने वाले पूंजीवाद ‘क्रोनी कैप्टिलिज्म’ सूचकांक में भारत को नौंवे स्थान पर रखा गया है।
साल 2014 में भी भारत नौंवे नंबर पर था
इस इंडेक्स के अनुसार, देश में राजनीतिक साठगांठ से प्रभावित कारोबार की संपत्ति सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के 3.4 प्रतिशत और इससे मुक्त क्षेत्रों के कारोबार की संपत्ति 8.3 प्रतिशत के बराबर है। साल 2014 में भी भारत इस सूचकांक में नौंवे स्थान पर था।
फोर्ब्स पत्रिका द्वारा प्रकाशित आंकड़ों पर आधारित…
यह अध्ययन फोर्ब्स पत्रिका द्वारा प्रकाशित दुनिया के अरबपतियों व उनकी संपत्ति की सूची के आंकड़ों पर आधारित है। इस सूचकांक में सांठ गांठ वाले क्षेत्रों की सम्पत्ति के जीडीपी में 18 प्रतिशत हिस्से के साथ सबसे ऊपर है। उसके बाद मलेशिया और फिलीपींस तथा सिंगापुर का स्थान है। रपट के अनुसार, 2004 और 2014 के बीच राजनीतिक साठगांठ से प्रभावित व्यवसायों के अरबपतियों की सम्पत्ति 385 प्रतिशत बढ़ कर 2,000 अरब डॉलर तक पहुंच गयी।