सुहाग रात और सत्संग
सुहाग रात के दिन पति दरवाजा बंद कर के अपनी पत्नी के करीब गया।
उसका घूंघट उठाकर बोला-
आज से हम पति-पत्नी हैं।
घर के सभी बड़े-बुजुर्गों को सम्मान देना।
उनका आशीर्वाद पाना।
छोटों को प्यार देना।
सभी के साथ अच्छा बर्ताव करना।
सुबह-शाम भगवान की पूजा पाठ करना।
घर में किसी को भी कभी कोई अपशब्द मत बोलना
.तभी पत्नी उठी और दरवाजा खोल कर चिल्लाई
.
सब अंदर आ जाओ, सत्संग चल रहा है!!!
बापू की बिल्ली
बापू अपनी बिल्ली से तंग आकर उसे दूर छोड़ आए।
घर आए, तो बिल्ली वापस आ चुकी थी।
वह दूसरी बार छोड़ आए, और बिल्ली फिर वापस आ गई।
तीसरी बार उसे बहुत दूर जंगल में छोड़कर आए। वापसी में अम्मा को फोन करके पूछा, क्या बिल्ली घर आ गई?
अम्मा: हां
बापू: उस कमीनी को भेज यहां, मैं रास्ता भूल गया हूं।