 पायल शर्मा :
पायल शर्मा :
सेहत के प्रति लोगों की बढ़ती जागरुकता ने योग के प्रति लोगों के रुझान को काफी बढ़ा दिया है। दूसरे अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर साउथ आइलैंड के शहर क्राइस्टचर्च में बड़े स्तर पर कई कार्यशालाओं का आयोजन किया गया। भारतीय उच्चायोग के सहयोग से जहां हॉल्सवैल के सामुदायिक केंद्र (कम्युनिटी सेंटर) में एक कार्य़शाला आयोजित हुई, वहीं लिंकन विश्वविद्यालय ने एक दिन के योग रिट्रीट का आयोजन किया। मंगलवार, 21 जून को भी विश्वविद्यालय में एक निशुल्क योगशाला का आयोजन किया जाएगा। गौरतलब है कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सुझाव पर संयुक्त राष्ट्र ने प्रत्येक वर्ष 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाए जाने को मंजूरी दी थी।
सेल्वन जिले के हॉल्सवेल में रविवार को भारतीय उच्चायोग, अय्यंगर योग शिक्षक संघ, श्री श्री रवि शंकर की संस्था आर्ट ऑफ लिविंग, आदियोग व सामाजिक संस्था भारतीय सांस्कृतिक समूह के सामुहिक प्रयास से एक कार्य़शाला का आयोजन हुआ। इसमें योग गुरु तिलक राज, क्लेयर डेवनपोर्ट, डेविड होपगुड और ओरोरा स्मिथ ने विभिन्न योगक्रियाओं, आसनों व योगदर्शन से लोगों को परिचित कराया। तीन घंटे तक चली इस कार्य़शाला में प्रतिभागियों ने कई आसनों का अभ्यास किया। इस मौके पर भारतीय समुदाय के प्रतिनिधि संदीप सचदेवा, डॉक्टर अनिकेत पुरी और डॉक्टर टंडन मौजूद थे।
वहीं १८ जून को लिंकन विश्वविद्यालय के यंग फार्मर्स क्लब में आयोजित हुई योग रिट्रीट में बीस से अधिक लोग मौजूद थे। अय्यंगर योग के शिक्षक तिलक राज ने प्रतिभागियों के बीच योग से जुड़े अपने डेढ़ दशक से अधिक के अनुभवों को साझा किया। इस कार्यशाला में कई योगक्रियाओं का अभ्यास किया गया। राज ने बताया कि योग को रोजमर्रा के कार्यों से किस प्रकार जोड़ा जा सकता है।
21 जून ही क्यों?
वर्ष का सबसे लंबा दिन होने के कारण 21 जून वर्ष को सूर्य़ ऊर्जा सबसे अधिक प्रभावी होती है।

19/06/2016
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