रियो डि जेनेरियो.31th ओलिंपिक गेम्स में भारत ने पहला मेडल जीत लिया है। 58 किलो वेट में साक्षी मालिक ने आखिरी पलों में गजब का पलटवार किया। शुरुआत में 4-0 से पिछड़ने के बावजूद उन्होंने किर्गिस्तान की रेसलर को कोई मौका नहीं दिया और बड़ा अंतर खत्म करते हुए मुकाबला जीत लिया। इस उन्होंने भारत के लिए ब्रॉन्ज जीता। मैच जीतने के बाद वे काफी भावुक हो गई। उनके कोच कुलदीप मालिक ने उन्हें कंधे पर उठा लिया।
ओलिंपिक में कैसा रहा भारत के लिए दिन…
– इससे पहले शटलर किदांबी श्रीकांत सिंगल के क्वार्टर फाइनल में कड़े संघर्ष के बाद भी हार कर बाहर हो गए। उन्हें थर्ड रैंक चीनी दिग्गज लिन डैन ने रोमांचक मुकाबले में 21-6, 11-21, 21-18 से हराया। 48 किलोग्राम कैटेगरी में मेडल की उम्मीद जगाने वाली विनेश फोगट मैच के दौरान घायल हो गईं। इसके बाद वे मैच भी हार गईं।
श्रीकांत ने किया संघर्ष…
– चीनी खिलाड़ी ने पहला सेट महज 16 मिनट में अपने नाम किया। इस गेम में भारतीय खिलाड़ी अपने विपक्षी के सामने कहीं नहीं थे।
– दूसरे गेम में श्रीकांत ने जबरदस्त वापसी की और गेम जीत मुकाबला तीसरे गेम में ले गए। श्रीकांत ने एकतरफा गेम में 19 मिनट में डैन को मात देते हुए बराबरी कर ली।
– तीसरे गेम में दोनों खिलाड़ियों के बीच कड़ा मुकाबला देखा गया। लेकिन कड़े और संघर्षपूर्ण मुकाबले में डैन ने 21-18 से जीत हासिल करते हुए श्रीकांत के पहले ओलिंपिक का सफर खत्म किया। यह गेम 29 मिनट तक चला।
48kg फ्री स्टाइल : विनेश फोगाट क्वार्टर फाइनल में हारीं
– इंडियन रेसलर विनेश फोगाट ने 48kg फ्री स्टाइल रेसलिंग में रोमानिया की एमिली एलिना वुक को 11-0 से हराया। लेकिन इसके बाद हुए मैच में साक्षी को रूस की पहलवान ने हरा दिया। साक्षी ने रूसी पहलवान को कड़ी टक्कर दी लेकिन आखिरी दौर में उन्होंने कई प्वाइंट खो दिए।
– रेसलिंग में मेडल की उम्मीद विनेश फोगट भी हार कर बाहर हो गईं। मैच के दौरान विनेश के पैर में चोट लग गई। इसके बाद वह पूरी ताकत से मुकाबला नहीं कर पाईं।
सिंधू से उम्मीदें
– बैडमिंटन स्टार पीवी सिंधू ने वुमन्स सिंगल्स के क्वार्टर फाइनल में चीन की वर्ल्ड नंबर-2 शटलर वांग यिहान को हराकर सेमीफाइनल में पहुंच चुकी हैं।
– भारत के 119 में से 95 एथलीट्स खाली हाथ लौट चुके हैं। 12 दिन में देश को कोई मेडल नहीं मिला है।
– जो 24 खिलाड़ी अभी भी मैदान में हैं, उनमें अब मेडल की सबसे ज्यादा उम्मीद सिंधू से नजर आ रही है।
– अपना पहला ओलिंपिक खेल रहीं सिंधू का वर्ल्ड नंबर-2 प्लेयर को हराना बड़ा अचीवमेंट है।