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किडनी सड़ाकर रहती हैं 8 चीजें, नाश्ते में मजे से खा रहे लोग, एक दिन भर जाएंगे पत्थर


किडनी हमारी सेहत के लिए बहुत जरूरी अंग है। सुबह का नाश्ता अगर गलत चुना जाए तो यह धीरे-धीरे किडनी को कमजोर कर सकता है। इसलिए प्रोसेस्ड मीट, मीठे सीरियल्स, फ्लेवर्ड योगर्ट, पेस्ट्री, इंस्टेंट नूडल्स और फास्ट फूड जैसे विकल्पों से बचना चाहिए।
दिन की पहली खुराक यानी नाश्ता पूरे दिन की सेहत पर असर डालती है। यह बात किडनी के लिए भी सही है। किडनी शरीर से गंदगी और टॉक्सिन को बाहर निकालने, तरल पदार्थ का संतुलन बनाए रखने और इलेक्ट्रोलाइट्स को कंट्रोल करने में अहम रोल है। अगर आप ब्रेकफास्ट में गलत चीजें खाते हैं तो यह किडनी पर ज्यादा दबाव बनता है।
अक्सर कहा जाता है कि ब्रेकफास्ट सबसे जरूरी भोजन है, लेकिन हर हर चीज किडनी के लिए फायदेमंद नहीं होती हैं। नाश्ते में खाई जाने वाली कई चीजें किडनी की समस्या को और बढ़ा सकती हैं, खासकर उन लोगों में जिन्हें पहले से शुगर, हाई बीपी या किडनी की बीमारी है।
इसलिए यह समझना जरूरी है कि किन नाश्तों से बचना चाहिए ताकि किडनी को लंबे समय तक स्वस्थ रखा जा सके। न्यूट्रिशनिस्ट और डाइटीशियन शिखा अग्रवाल शर्मा आपको बता रही हैं कि आपको किडनी को स्वस्थ रखना है तो ब्रेकफास्ट में किन-किन चीजों को खाने से बचना चाहिए।
प्रोसेस्ड मीट – नाश्ते में बेकन, सॉसेज और सलामी जैसी प्रोसेस्ड मीट बहुत लोग पसंद करते हैं। लेकिन ये किडनी के लिए हानिकारक हैं। इनमें सोडियम और फॉस्फोरस की मात्रा बहुत ज्यादा होती है, जो लंबे समय में क्रॉनिक किडनी डिजीज का खतरा बढ़ा सकती है। सोडियम ब्लड प्रेशर बढ़ाता है और किडनी पर अतिरिक्त दबाव डालता है। इसके अलावा इन मीट में प्रिज़र्वेटिव्स जैसे नाइट्रेट्स और नाइट्राइट्स होते हैं, जो किडनी पर बोझ डालते हैं और शरीर में सूजन व ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस पैदा कर सकते हैं।
मीठे सीरियल्स – मीठे सीरियल्स खाने में आसान और स्वादिष्ट होते हैं, लेकिन इनमें चीनी की मात्रा बहुत ज्यादा होती है। अधिक चीनी मोटापा, इंसुलिन रेज़िस्टेंस और डायबिटीज़ जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ाती है, जो किडनी के लिए हानिकारक हैं। इन सीरियल्स में न्यूट्रिशन कम और खाली कैलोरी ज्यादा होती है। इसकी जगह ओट्स, ब्रान फ्लेक्स या म्यूसली जैसे होल-ग्रेन विकल्प बेहतर हैं। इनमें फाइबर, विटामिन और मिनरल्स होते हैं जो किडनी की कार्यक्षमता सुधारते हैं और शरीर को लंबे समय तक ऊर्जा देते हैं। ऊपर से ताजे फल, मेवे और बीज डालकर इसका स्वाद और पोषण और भी बढ़ाया जा सकता है।
फ्लेवर्ड योगर्ट – दही आमतौर पर हेल्दी माना जाता है, लेकिन फ्लेवर्ड योगर्ट में अक्सर ज्यादा चीनी, आर्टिफिशियल फ्लेवर और फॉस्फेट मिलाए जाते हैं। ज़्यादा चीनी वजन बढ़ाती है और डायबिटीज़ व मेटाबॉलिक समस्याओं का खतरा बढ़ाती है। वहीं, फॉस्फेट मिनरल्स के संतुलन को बिगाड़ सकते हैं और किडनी पर बोझ डालते हैं। इनका ज्यादा सेवन किडनी के साथ-साथ दिल और ब्लड प्रेशर की दिक्कतें भी बढ़ा सकता है।
पेस्ट्री और बेक्ड गुड्स – डोनट्स, मफिन्स और पेस्ट्रीज़ स्वादिष्ट होती हैं लेकिन इनमें रिफाइंड शुगर, अनहेल्दी फैट और सिंपल कार्बोहाइड्रेट्स होते हैं। ये खून में शुगर तेजी से बढ़ाते हैं और मोटापे का कारण बनते हैं, जो किडनी पर दबाव डालता है। बाजार में मिलने वाली बेकरी आइटम्स में अक्सर ट्रांस फैट भी होता है जो सूजन और किडनी डैमेज का कारण बन सकता है। इसकी जगह होल-ग्रेन मफिन्स या घर पर बने बेक्ड फूड्स लें, जिन्हें कम तेल और नेचुरल मिठास से बनाया गया हो। इसमें फल और नट्स डालकर इसे और पोषक बनाया जा सकता है।
फास्ट फूड ब्रेकफास्ट सैंडविच – फास्ट फूड सैंडविच ज़ल्दी और सुविधाजनक होते हैं लेकिन इनमें नमक, प्रिज़र्वेटिव्स और खराब फैट बहुत ज्यादा होता है। इससे ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल दोनों बढ़ते हैं, जो किडनी के लिए खतरनाक है। प्रोसेस्ड मीट और रिफाइंड ब्रेड के कारण रिस्क और भी ज्यादा हो जाता है। बेहतर होगा घर पर होल-ग्रेन ब्रेड, ताजा सब्जियां और लो-फैट प्रोटीन से हेल्दी सैंडविच बनाया जाए।
इंस्टेंट नूडल्स – इंस्टेंट नूडल्स का स्वाद और आसान पकने की वजह से इन्हें लोग नाश्ते में भी खा लेते हैं। लेकिन इनके मसाला पैकेट में बहुत ज्यादा नमक और एमएसजी (MSG) होता है। इससे ब्लड प्रेशर बढ़ता है और किडनी पर बोझ पड़ता है। इनकी जगह घर पर ताजा सब्जियां और लो-सोडियम सूप से बने नूडल्स खाना सेहत के लिए बेहतर विकल्प है।
पैकेज्ड फ्रूट जूस – बाज़ार से मिलने वाले फलों के जूस हेल्दी दिखते हैं, लेकिन इनमें अक्सर ज्यादा चीनी होती है और फाइबर नहीं होता। ऐसे जूस ब्लड शुगर को तेजी से बढ़ाते हैं और मोटापे का खतरा बढ़ाते हैं। इससे किडनी पर भी दबाव पड़ता है। इसकी जगह ताजे फल खाना या घर पर कम चीनी वाला फ्रेश जूस बनाना बेहतर है।
पैनकेक और वॉफल्स -मैदा और शुगर से बने पैनकेक या वॉफल्स ऊपर से सिरप डालकर खाना बहुत आम है, लेकिन ये शुगर और सिंपल कार्ब्स से भरे होते हैं। ये वजन और शुगर दोनों बढ़ाते हैं। सिरप में मौजूद हाई फ्रुक्टोज कॉर्न सिरप किडनी को और भी नुकसान पहुंचाता है। इसकी जगह होल-ग्रेन पैनकेक बनाकर उस पर ताजे फल या सादा दही डालना बेहतर है।