
धरती पर अभी तक नहीं खोजे गए जीवन का 80% हिस्सा कहां छिपा है, इसे दिखाने वाला एक मैप तैयार किया गया है। येल यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों की मदद से बनाए गए मैप से नई प्रजातियां खोजने को मिलेंगी। इसके मुताबिक अभी तक सिर्फ 10-20% प्रजातियां ही खोजी गई हैं और इनमें से ज्यादातर ब्राजील, इंडोनेशिया और मैडागास्कर में हैं। टीम का कहना है कि यह जलवायु परिवर्तन की वजह से गायब हुईं प्रजातियों को हमेशा के लिए खत्म होने से पहले खोजने की समय के साथ जंग है।
बचाई नहीं जा पा रहीं प्रजातियां : स्टडी के सह-रिसर्चर प्रफेसर वॉल्टर जेट्स का कहना है कि इसमें कोई शक नहीं है कि कई प्रजातियां हमारे उन्हें खोजने से पहले ही खत्म हो जाएंगी। लीड रिसर्चर पारियो माओरा के मुताबिक इस स्टडी का ध्यान इस बात पर है कि ये प्रजातियां कहां हैं और क्या हैं? उनका कहना है कि प्रजातियों को बचाने की कवायद में ऐसी प्रजातियां छूट जाती हैं जिन्हें पहचाना ही नहीं गया। यह अनैलेसिस जगह, भौगौलिक रेंज, ऐतिहासिक खोजों की तारीखों और दूसरे पर्यावरण-बायलॉजिकल फीचर्स पर किया गया। इसमें 32,000 जमीन पर रहने वाले vertebrates शामिल किए गए।
बड़े जानवर खोजे गए, छोटे गायब : इसकी मदद से रिसर्चर समझ सकेंगे कि अभी और किन प्रजातियों को खोजा जा सकता है। माना जा रहा है कि अभी यह संख्या 2.9 लाख प्रजातियां और हो सकती हैं। टीम का अनुमान है कि बड़े जानवरों को खोजा जा चुका है लेकिन छोटे जानवरों को खोजना मुश्किल रहा है। यह भी समझा जा रहा है कि इन्हें खोजने और पहचानने वाले वैज्ञानिक अलग तरह से दुनिया में फैले हुए हैं। इसका असर भी खोज पर है। आने वाले सालों में इस मैप में और ज्यादा पौधे, जलीय जीव और बिना रीढ़ के जीवों को शामिल किए जाने की योजना है।
Home / News / दुनिया के किन कोनों में छिपी हैं 80% जीवों की प्रजातियां? नए मैप से वैज्ञानिकों को मिलेगी मदद
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