
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से रविवार और सोमवार को हुई कई दौर की बातचीत के बाद इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतान्याहू ने कहा कि भारत और इजराइल आपसी सामरिक साझेदारी के नए युग में प्रवेश कर चुके हैं। इस दौरान सहयोग के नौ समझौतों पर भी हस्ताक्षर हुए। दोनों देशों ने साझा बयान में इशारों में पाकिस्तान का जिक्र किए बिना साफ कहा गया कि किसी भी आधार पर आतंकवाद को जायज नहीं ठहराया जा सकता।
सहयोग के नौ समझौते
1. साइबर सुरक्षा सहयोग पर सहमति का ज्ञापन
2. पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालयों के बीच सहयोग का समझौता
3. हवाई परिवहन समझौता में संशोधन
4. भारत और इजराइल के बीच फिल्म सह निर्माण का समझौता
5. केन्द्रीय होमियोपैथिक परिषद और इजराइली होमियोपैथिक संस्था के बीच सहयोग
6. अंतरिक्ष सहयोग समझौता
7. इनवेस्ट इन इंडिया और इनवेस्ट इजराइल के बीच सहमति का ज्ञापन
8. मेटल एयर बैटरीज के लिये इच्छा पत्र
9 सौर ऊर्जा तकनीक पर दोनों देशों के संस्थानों के बीच सहयोग का इच्छा पत्र
भारतीय विदेश मंत्रालय के अधिकारी रक्षा व सामरिक मामलों में सहयोग के मसलों पर हुई बातचीत के विवरण देने से कतराए। रक्षा सूत्रों ने कहा कि दोनों प्रधानमंत्रियों के बीच अकेले में और फिर शिष्टमंडल स्तर की कई दौर की बातचीत में इजराइल को सामरिक साझेदार के तौर पर बेहतर मान्यता देने के मसले पर भी बात हुई। इजराइली पक्ष ने स्पाइक ऐंटी टैंक मिसाइल का 50 करोड़ डालर के समझौते को बहाल करने की गुंजाइश पर भी बातचीत की।
सूत्रों ने बताया कि इजराइल से आए बड़े व्यापारिक शिष्टमंडल में शामिल रक्षा कम्पनियों के प्रतिनिधियों ने स्पाइक एंटी टैंक मिसाइल के समझौते में फिर जान फूंकने के मसले पर भारतीय अधिकारियों से बात की। शिष्टमंडल स्तर की बातचीत में इजराइली अधिकारियों ने रक्षा क्षेत्र में मेक इन इंडिया कायर्क्रम के बारे में चर्चा छेड़ कर निवेश की सम्भावनाओं पर बातचीत की। मोदी ने इजराइली रक्षा कम्पनियों को भारत में निवेश के लिये आमंत्रित किया। दोनों देशों ने एक दूसरे के सार्वजनिक व प्राइवेट रक्षा उद्योग के बीच साझा शोध एवं उत्पादन के कार्यक्रमों को बढ़ावा देने पर जोर दिया।
PunjabKesariबेंजामिन ने प्रधानमंत्री मोदी को असाधारण दोस्ती और आतिथ्य के लिए धन्यवाद दिया। दोनों नेताओं ने साझा बयान में कहा कि उनका मानना है कि अगले 25 सालों में दोनों देश दिवपक्षीय सहयोग को आपसी सामरिक साझेदारी के अनुरूप रिश्तों को गुणात्मक तौर पर नई ऊंचाई पर ले जाएंगे। कृषि और जल क्षेत्र में भी दोनों देशों ने पांच साल की साझी कार्ययोजना लागू करने का संकल्प जाहिर किया। दोनों पक्षों ने इजराइली फिलिस्तीनी शांति प्रक्रिया पर बात की और यरुशलम जैसे विवादास्पद मसलों पर सीधी टिप्पणी से बचते हुए कहा कि इजराइल और फिलिस्तीन के बीच शांति वार्ता जल्द बहाल हो, सभी विवादास्पद मसलों का सवर्सम्मत हल निकाला जाए ताकि इलाके में एक प्रभावी शांति व सुरक्षा का माहौल बहाल हो।
साल के भीतर इजराइल से किसी PM की यह दूसरी भारत यात्रा
रक्षा और कृषि क्षेत्र में अब तक चल रहे गहरे सहयोग को विस्तार देते हुए दोनों देशों के बीच तेल, गैस , नवीकरणीय ऊर्जा , और साइबर सुरक्षा के क्षेत्र मे भी सहयोग का सिलसिला शुरू करने पर सहमति हुई। बातचीत के दौरान इजराइली प्रधानमंत्री ने कहा कि तीन बातें दोनों देशों को आपस में जोड़ती हैं –प्राचीन काल का दौर, जीवंत वर्तमान और उम्मीदों भरा भविष्य। नेतान्याहू ने कहा कि दोनों देश आतंक के दर्द को समझते हैं लेकिन हम लड़ते हैं झुकते नहीं। दोनों देशों के बीच राजनयिक रिश्तों की स्थापना के 25 साल के भीतर इजराइल से किसी प्रधानमंत्री की यह दूसरी भारत यात्रा है जब कि पिछली जुलाई में नरेन्द्र मोदी इजराइल का दौरा करने वाले पहले भारतीय प्रधानमंत्री बने थे।
नेतन्याहू को गार्ड ऑफ ऑनर
अपनी यात्रा के आधिकारिक कार्यक्रम के आरंभ में नेतन्याहू अपनी पत्नी सारा नेतन्याहू के साथ राष्ट्रपति भवन के प्रांगण में पहुंचे तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनका स्वागत किया। इसके बाद नेतन्याहू को तीनों सेनाओं की संयुक्त टुकड़ी ने दोनों देशों के राष्ट्रगान की धुनों पर सलामी पेश की। मेहमान नेता ने सलामी गारद का निरीक्षण करने के बाद मोदी ने उन्हें अपने मंत्रिमंडल के सदस्यों से मिलवाया। इनमें कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री राधामोहन सिंह, विदेश राज्य मंत्री जनरल वी के सिंह, पेयजल एवं स्वच्छता राज्य मंत्री एस एस आहलूवालिया, तीनों सेनाओं के प्रमुख शामिल थे। इसके बाद नेतन्याहू ने मोदी का परिचय अपने साथ प्रतिनिधियों से कराया।
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