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अर्जेंटीना में मिला 9 करोड़ साल पुराना डायनासोर, वैज्ञानिकों ने नाम रखा ‘शिव’, प्राचीन समय में धरती पर करता था राज


अर्जेंटीना में एक विशालकाय डायनासोर का जीवाश्म खोजा गया है। यह डायनासोर 9 करोड़ साल पहले यहां घूमता था, जिसकी गर्दन से पूछ तक की लंबाई 98 फीट होती थी। इस डायनासोर का नाम भगवान शिव के नाम पर रखा गया है। शोधकर्ताओं ने पिछले साल के अंत में पश्चिमी अर्जेंटीना में बस्टिंगोरीटिटन शिव (Bustingorrytitan Shiva) को खोजा था। अब आर्टिस्ट्स के साथ मिलकर वैज्ञानिक एक बार फिर इसका वीडियो और फोटो बनाने में लगे हैं।
18 दिसंबर 2023 को एक्टा पेलियोन्टोलोगिका पोलोनिका पत्रिका में इससे जुड़ा अध्ययन प्रकाशित किया गया है। इसके मुताबिक बी शिव अब तक दर्ज किए गए सबसे बड़े सॉरोपोड्स में से एक है। इसका वजन लगभग 74 टन था। हालांकि यह सबसे बड़ा डायनासोर नहीं है। स्टडी की प्रमुख लेखिका जीवाश्म विज्ञानी मारिया एथिज साइमन के मुताबिक दक्षिणी अमेरिका के उत्तरी पैटागोनिया क्षेत्र में बी. शिव को खोजा गया। इसकी खोज से पता चलता है कि ये 55 टन से अधिक वजन वाले मेगाटिटानोसॉर टाइटानोसॉर से अलग विकसित हुए।
किसान को मिली थी हड्डी – लाइव साइंस की रिपोर्ट के मुताबिक साइमन ने कहा, ‘पैटागोनिया में हम अभी भी एक ऐसे चरण में हैं, जहां हमें ज्ञात चीजों की तुलना में कुछ नया खोजने की ज्यादा संभावना है और अज्ञात अक्सर अद्भुत होता है। प्रकाशन में हमने एक सॉरोपॉड पर रिपोर्ट की जो अपने समूह के अन्य लोगों से स्वतंत्र रूप से एक विशालकाय बन गया।’ मैनुअल बस्टिंगोरी नाम के एक किसान को साल 2000 में न्यूक्वेन प्रांत में अपनी भूमि पर पहली बार बी. शिव का विशाल जीवाश्म मिला था। साइमन ने कहा कि उन्होंने 2001 में खेत की खुदाई की थी।
9 करोड़ साथ पहले था डायनासोर -साइमन ने कहा, ‘जब हम साइट पर पहुंचे तो यह बेहद रोमांचक था। हड्डी टूट गई थी जो टिबिया जैसी दिख रही थी। लेकिन यह सिर्फ शुरुआत थी।’ शोधकर्ताओं को नई प्रजाति के कम से कम चार डायनासोर के अवशेष मिले, जिनमें एक अपेक्षाकृत पूर्ण कंकाल और तीन अन्य अधूरे नमूने शामिल हैं। बी. शिव 9.3 करोड़ से 9.6 करोड़ साल पुराने हुइनकुल चट्टानों के मिर्माण से आए थे, जहां अर्जेंटीनोसॉरस पाया गया था। हालांकि, हड्डियों में ऐसी खासियत थी जो ज्ञात सॉरोपॉड प्रजातियों से मेल नहीं खाती थीं।