दुनिया के कई देशों में पांचवी पीढ़ी के फाइटर जेट हासिल करने की होड़ के बीच इंडियन एडवांस्ड मीडियम कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (एएमसीए) प्रोजेक्ट अपने निर्धारित समय से पीछे चल रहा है। इस प्रोजेक्ट का उद्देश्य देश के बहुप्रतीक्षित स्टील्थ फाइटर जेट बनाना है लेकिन ये अपनी डेडलाइन पर विमान तैयार करता नहीं दिख रहा है। दूसरी तरफ भारत के आक्रामक पड़ोसी- चीन और पाकिस्तान तेजी से पांचवीं पीढ़ी के विमान बनाने की रेस में आगे बढ़ रहे हैं। स्टील्थ टेक्नॉलजी से लैस इन विमानों की सबसे बड़ी खासियत ये है कि ये रडार की पकड़ में नहीं आते हैं।
तुर्की एयरोस्पेस ने भी हाल ही में अपने घरेलू स्टील्थ फाइटर जेट, KAAN की पहली सफल उड़ान भरते हुए अहम कामयाबी हासिल की है। तुर्की ने इस उपलब्धि के साथ ही अत्याधुनिक सैन्य प्रौद्योगिकी में एक ताकत के रूप में अपनी स्थिति मजबूत की है। तुर्की से इस खबर के आने के बाद भारत के महत्वाकांक्षी एडवांस्ड मीडियम कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (एएमसीए) प्रोजेक्ट की प्रगति पर भी सवाल हो रहे हैं। भारत के स्टील्थ लड़ाकू विमान को तैयार करने के लिए डिजाइन किया गया एएमसीए कार्यक्रम पर भारत के कई सोशल मीडिया यूजर्स ने भी पूछा है कि आखिर ये परियोजना रफ्तार क्यों नहीं पकड़ रही है।
Home / News / चीन तैनात करेगा 500 ‘अदृश्य’ लड़ाकू विमान, पाकिस्तान 100, दुश्मन पड़ोसियों से क्या पिछड़ रहा भारत?