
पाकिस्तान एक बार फिर से कटोरा लेकर अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष के दरवाजे पर पहुंच गया है। पाकिस्तान की योजना है कि वह आईएमएफ से 6 अरब डॉलर का नया लोन अगले 3 साल के लिए हासिल करे। इस ताजा कर्ज से पाकिस्तान की सरकार अपने पुराने कर्जों को चुकाएगी जो उसने चीन से लेकर खाड़ी देशों से ले रखा है। कर्ज लेकर कर्ज चुका रहे कंगाल पाकिस्तान को अब देश के नामचीन आर्थिक मामलों के विशेषज्ञ अब्बास नासिर ने भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉक्टर मनमोहन सिंह के दिखाए रास्ते पर चलने की सलाह दी है। अब्बास नासिर ने कहा कि पाकिस्तान को आर्थिक संकट से निकालने के देश के अगले वित्त मंत्री को मनमोहन सिंह से बात करनी चाहिए। साल 1991 में मनमोहन सिंह भारत के वित्तमंत्री थे और आर्थिक संकट से देश को बचाया था।
अब्बास नासिर ने ट्वीट करके कहा, ‘पाकिस्तान के आगामी वित्त मंत्री को मनमोहन सिंह से बातचीत करनी चाहिए ताकि उनकी रणनीति के बारे में जान सकें। भारत साल 1991 में लगभग ठीक उसी तरह से था जैसे आज पाकिस्तान की आर्थिक हालत है। मनमोहन सिंह ने उस समय आर्थिक सुधारों की शुरुआत की थी। भारत में सत्ता में आए सभी राजनीतिक दलों ने आपसी मतभेदों को भुलाकर ठीक उसी रास्ते पर काम किया जिसे मनमोहन सिंह ने शुरू किया था और आज देखिए कैसे भारत में चमत्कार हो गया है।’
पाकिस्तान की राह में रोड़ा है सेना – अब्बास की इस सलाह पर एक और पाकिस्तानी एक्सपर्ट और पत्रकार कामरान युसूफ ने कहा कि इसमें सबसे बड़ी बाधा सेना है जिसका पाकिस्तान की सरकार के कामकाज में बहुत ज्यादा दखल होता है। उन्होंने कहा कि मनमोहन सिंह को भारत में केवल राजनीतिक दलों से जूझना होता था लेकिन यहां इस्लामाबाद में सेना भी है। इस पर अब्बास ने कहा कि अगर पाकिस्तान सरकार अर्थव्यवस्था का सुधारती है तो सेना का भी रुख बदल सकता है। खराब अर्थव्यवस्था की वजह से ज्यादा तनाव होता है और हस्तक्षेप बढ़ता है।
Home / News / मनमोहन सिंह से बातकर ‘गुरुमंत्र’ लें पाकिस्तान के नए वित्तमंत्री, तभी मिलेगी ‘कटोरे’ से निजात… पाक विशेषज्ञ ने दी चेतावनी
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