Friday , August 8 2025 9:43 PM
Home / News / भारत के ‘चाणक्‍य’ जयशंकर ने पाकिस्तान को जमकर धोया, चीन और मालदीव को भी दी नसीहत, बताया पड़ोसी क्या करते हैं?

भारत के ‘चाणक्‍य’ जयशंकर ने पाकिस्तान को जमकर धोया, चीन और मालदीव को भी दी नसीहत, बताया पड़ोसी क्या करते हैं?


भारत के विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर तीन दिनों की जापान यात्रा पर टोक्यो पहुंचे हैं। यहां उन्होंने एक इंटरव्यू में पाकिस्तान और चीन को जमकर धोया है। निक्केई एशिया को उन्होंने इंटरव्यू दिया। इसमें उन्होंने पाकिस्तान की नई सरकार के साथ संबंध और चीन को लेकर बातचीत की। डॉ. जयशंकर इस बात पर सहमत हुए कि भारत और चीन वैश्विक सत्ता परिवर्तन के प्रमुख खिलाड़ी हैं। इसके अलावा उनसे मालदीव, पाकिस्तान और चीन से संबंधों को लेकर बातचीत की गई। इस पर उन्होंने कहा कि इनकी स्वाभाविक रूप से तुलना नहीं की जा सकती।
उन्होंने कहा, ‘चीन के साथ मुख्य मुद्दा पिछली प्रतिबद्धताओं का निरंतर पालन सुनिश्चित करना, सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति बनाए रखना और एक स्थायी संतुलन पर पहुंचना है।’ भारत और चीन का सीमा को लेकर लंबे समय से विवाद रहा है। 2020 में दोनों देशों की सेनाओं में हिंसक झड़प भी हुई थी। वहीं पाकिस्तान में दूसरी बार शहबाज शरीफ पीएम बने हैं। इसे लेकर उन्होंने कहा कि भारत अभी ‘वेट एंड सी’ यानी इंतजार करें और देखें के दृष्टिकोण के साथ काम कर रहा है।
आतंक पर लगाम लगाए पाकिस्तान – दशकों से भारत और पाकिस्तान के बीच कश्मीर और आतंकवाद मुद्दा रहा है। शहबाज के भाई नवाज शरीफ अपने चुनावी अभियान के दौरान बार-बार पड़ोसियों से रिश्ते सुधारने का संकेत देते रहे हैं। डॉ. जयशंकर ने जोर देकर कहा, ‘पाकिस्तान को भारत से रिश्ते सुधारने के लिए जरूरी है कि वह सीमा पार से होने वाले आतंक पर लगाम लगाए। यह बेहद जरूरी है।’ विदेश मंत्री ने कहा कि हर देश आम तौर पर अपने पड़ोसियों से अच्छे संबंध चाहता है, हम भी अपने पड़ोसियों के साथ अच्छे संबंध चाहते हैं।
मालदीव पर क्या बोले? – डॉ. जयशंकर ने बातचीत में आगे कहा, ‘हम चाहते हैं कि हमारा पड़ोसी वैसा ही व्यवहार करे जैसा एक अच्छा पड़ोसी करता है। एक अच्छा पड़ोसी क्या करता है? एक अच्छे पड़ोसी के पास व्यापार, सांस्कृतिक आदान-प्रदान और राजनीतिक संबंध होता है। एक अच्छा पड़ोसी आतंकवाद नहीं करता है। मेरे लिए आतंकवाद का मुद्दा बहुत स्पष्ट है।’ वहीं मालदीव को लेकर भी विदेश मंत्री ने अपनी प्रतिक्रिया दी। दरअसल मालदीव की नई सरकार चीन के समर्थन में है। उन्होंने कहा, ‘भारत विकास और सार्वजनिक जरूरतों पर केंद्रित व्यापक साझेदारी जारी रखना चाहता है। इसे एक-दूसरे के हितों के प्रति संवेदनशील होकर हासिल किया जाता है। जहां तक हिंद महासागर का संबंध है, इसकी सबसे अच्छी सेवा इसमें मौजूद देशों का अपसी सहयोग होता है।’