Friday , August 8 2025 12:32 PM
Home / News / पृथ्वी से टकराया छह साल का सबसे ताकतवर सौर तूफान, क्या होगा असर, धरती के लिए बड़ा खतरा?

पृथ्वी से टकराया छह साल का सबसे ताकतवर सौर तूफान, क्या होगा असर, धरती के लिए बड़ा खतरा?


सूर्य से हर पल भयानक सौर तूफान निकलते रहते हैं। कई बार ऐसा होता है जब यह पृथ्वी से टकरा जाते हैं। सोमवार को एक ऐसा ही तूफान पृथ्वी से टकराया। यह लगभग छह वर्षों में सबसे शक्तिशाली सौर तूफान है। इस कारण ग्रह के चुंबकीय क्षेत्र में ‘बड़ी गड़बड़ी’ देखी गई। यह सौर तूफान इतना भयानक है कि अमेरिका के कोलोराडो में NOAA के अंतरिक्ष मौसम पूर्वानुमान केंद्र ने भू-चुंबकीय तूफान वॉच जारी किया। मंगलवार तक यह जारी रह सकता है। इससे रेडियो में गड़बड़ी का भी अनुभव हो सकता है।
26 मार्च को NOAA के स्पेस वेदर प्रेडिक्शन सेंटर ने एक्स पर एक पोस्ट में बताया कि तूफान कमजोर हो रहा है, लेकिन फिर भी इसकी निगरानी होती रहेगी। पोस्ट में लिखा गया, ‘जी-3 (मध्यम) भू-चुंबकीय तूफान वॉच प्रभाव में है। हालांकि स्थितियां कमजोर होने का संकेत दे रही हैं। जी3 वॉच यूटी दिवस के अंत तक सक्रिय रहेगा। इसके बाद तूफान का प्रभाव जी1 (मामूली) स्तर तक कम होने की उम्मीद है।’ इसके अलावा सेंटर ने सौर ज्वाला विस्फोट से ग्रह पर रेडियो प्रसारण में रुकावट की वॉर्निंग दी।
सौर तूफान के दौरान दिखेंगे अरोरा – सौर तूफान के दौरान अरोरा देखने को मिल सकते हैं। शनिवार को NOAA ने कहा था कि इससे लोगों को चिंता करने की जरूरत नहीं है। एपी की रिपोर्ट के मुताबिक सेंटर से जुड़े जोनाथन लैश ने बताया कि हाई तूफान रेडियो प्रसारण को बाधित कर सकते हैं। हाई फ्रीक्वेंसी रेडिया में एयर ट्रैफिक कंट्रोल सिस्टम भी आते हैं, जो विमानों से जुड़े रहते हैं। हालांकि उन्होंने कहा कि अधिकांश वाणिज्यिक विमान सैटेलाइट ट्रांसमिशन को बैकअप के रूप में इस्तेमाल कर सकते हैं।
जानिए क्यों खतरनाक हो सकता है 8 अप्रैल का सूर्य ग्रहण? – बदल रहा है सूर्य का चुंबकीय क्षेत्र
सौर तूफान के दौरान इस बात की भी संभावना है कि उपग्रह के ऑपरेटरों को अपने अंतरिक्ष यान ट्रैक करने में परेशानी हो सकती है। उन्होंने कहा कि इसके अलावा पॉवर ग्रिड की लाइनों में भी कुछ गड़बड़ी दिख सकती है, लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं जिसे संभाला न जा सके। लैश ने कहा कि ध्रुवों के करीब रहने वाले साफ आसमान के दौरान रात में रंगीन प्रकाश देख सकते हैं, जिसे अरोरा कहते हैं। हर 11 साल में सूर्य का चुंबकीय क्षेत्र बदल जाता है। उत्तरी और दक्षिणी ध्रुव अपनी स्थिति बदल लेते हैं। तब सूर्य में गतिविधी देखी जाती है। वर्तमान में सूर्य अपने चक्र के चरम पर है। उन्होंने कहा कि और भी तूफान भविष्य में दिख सकते हैं।