
अवीव: मुइज्जू सरकार ने इजराइली पासपोर्ट धारकों को इजरायल में प्रवेश करने से प्रतिबंधित करने के लिए कानूनों में संशोधन करने का ऐलान किया है। यह फैसला गाजा पर इजराइली सेना द्वारा किए गए हमलों को लेकर मालदीव में बढ़ते जनाक्रोश के बीच लिया गया है। समाचार पोर्टल सन.एमवी की खबर के अनुसार, राष्ट्रपति कार्यालय में एक आपातकालीन प्रेस वार्ता में गृह मंत्री अली इहुसन ने इस फैसले की घोषणा की। इस बीच इजरायल ने मालदीव को इस फैसले के लिए धन्यवाद दिया है। इजरायली अधिकारियों ने कहा है कि मालदीव के इस फैसले से उनके देश के नागरिकों के पास भारत के खूबसूरत द्वीपों और समुद्र तटों का आनंद लेने का मौका मिलेगा।
मालदीव के गृह मंत्री ने क्या कहा – मालदीव के गृह मंत्री अली इहुसन ने कहा, ‘‘मंत्रिमंडल ने इजराइली पासपोर्ट पर मालदीव में प्रवेश पर प्रतिबंध लगाने के लिए आवश्यक कानूनी संशोधन जल्द से जल्द करने का आज फैसला किया।’’ मुइज्जू मंत्रिमंडल ने इस प्रक्रिया में तेजी लाने के लिए मंत्रियों की एक विशेष समिति गठित की है। मालदीव में हर साल दस लाख से अधिक पर्यटक आते हैं। इसमें इजराइल से लगभग 15,000 पर्यटक शामिल हैं। मंत्रिमंडल ने उन क्षेत्रों की पहचान करने के लिए एक विशेष दूत नियुक्त करने का भी फैसला किया है, जिनमें फलस्तीन को मालदीव से सहायता की आवश्यकता है।
इजरायली दूतावास ने भारत आने का दिया निमंत्रण – इजरायली पासपोर्ट रखने वाले लोगों पर मालदीव के प्रतिबंध वाले फैसले के बाद भारत में इजरायली दूतावास ने अपने नागरिकों से भारत आने को कहा है। दूतावास ने कहा कि इजरायली पर्यटकों का भारत में गर्मजोशी से स्वागत किया जाता है। दूतावास ने भी कुछ भारतीय स्थानों की सिफारिश की है जिनमें गोवा, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, लक्षद्वीप और केरल शामिल हैं। पोस्ट में लक्षद्वीप, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, गोवा और केरल के समुद्र तटों की तस्वीरें शामिल थीं।
भारत के खूबसूरत तटों की तस्वीरें शेयर की – सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक पोस्ट में भारत में इजरायली दूतावास ने कहा, ‘जैसे कि मालदीव ने अब इजरायलियों के आने पर बैन लगा दिया हैं, यहां कुछ कुछ खूबसूरत और अद्भुत भारतीय समुद्र तट हैं जहां इजरायली पर्यटकों का हार्दिक स्वागत होता है और बेहद आदर सत्कार दिया जाता है। हमारे डिप्लोमेट्स द्वारा यात्रा की गई जगहों के आधार पर कुछ सुझाव हैं।”
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