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कौन हैं मार्क किंग्‍डन जो अडानी हिंडनबर्ग मामले में SEBI के रडार पर? ‘खेल’ में पूरा किरदार समझ‍िए


अमेरिकी रिसर्च फर्म हिंडनबर्ग और भारतीय बाजार नियामक सेबी के बीच तकरार बढ़ती जा रही है। हिंडनबर्ग पर सेबी ने शो-कॉज नोटिस जारी किया था जिसके जवाब में हिंडनबर्ग ने सेबी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। हिंडनबर्ग ने सेबी पर कुछ खास लोगों के हितों की रक्षा और अपनी जिम्‍मेदारियों को नजरअंदाज करने का आरोप लगाया है। हिंडनबर्ग ने सेबी का शो-कॉज नोटिस सार्वजनिक करके इस मामले में नया मोड़ ला दिया है। इस घटनाक्रम में एक और अमेरिकी हेज फंड किंग्डन कैपिटल मैनेजमेंट और उसके संस्थापक मार्क एलियट किंग्डन की भूमिका भी सामने आई है।
सेबी का आरोप है कि अडानी ग्रुप के शेयरों पर रिपोर्ट प्रकाशित करने से पहले हिंडनबर्ग और मार्क किंग्डम के बीच एक समझौता हुआ था। इस समझौते के तहत, रिपोर्ट को व्यापक रूप से प्रकाशित करने से पहले ही किंग्डन को इसकी जानकारी दी जानी थी ताकि वह अडानी के शेयरों में अपनी पोजीशन बना सकें। सेबी का मानना है कि यह एक सुनियोजित योजना थी। शो-कॉज नोटिस में सेबी ने आरोप लगाया है कि हिंडनबर्ग का किंग्डन कैपिटल के साथ प्रकाशन-पूर्व समझौता था। मुनाफे में हिस्सेदारी का करार भी था। सेबी के मुताबिक, हिंडनबर्ग अपने शेयर को 30 फीसदी से घटाकर 25 फीसदी करने को भी तैयार हो गया था क्योंकि इस सौदे के लिए महंगे विदेशी ढांचे स्थापित करने की जरूरत थी।
कौन हैं मार्क किंग्‍डन? – मार्क एलियट किंग्डन इसी नाम की फर्म किंग्डन कैपिटल मैनेजमेंट के संस्थापक और मैनेजिंग मेंबर हैं। उन्‍होंने निवेश की दुनिया में पांच दशक से अधिक समय बिताया है। जनवरी 2023 तक फर्म के पास 62.32 करोड़ डॉलर की प्रबंधन के तहत संपत्ति थी। हेज फंड किंग्‍डन कैपिटल दो इन्‍वेस्‍टमेंट स्‍ट्रैटेजी ऑफर करता है। एक ग्‍लोबल लॉन्‍ग / शॉर्ट इक्विटी स्‍ट्रैटेजी (फ्लैगशिप स्‍ट्रैटेजी) और दूसरी ग्‍लोबल लॉन्‍ग / शॉर्ट हेल्‍थकेयर स्‍ट्रैटेजी (हेल्थकेयर स्‍ट्रैटेजी)। अप्रैल 1983 में किंग्‍डन कैपिटल की स्थापना करने से पहले किंग्‍डन ने एक अन्य निवेश फर्म सेंचुरी कैपिटल एसोसिएट्स में पोर्टफोलियो मैनेजर और जनरल पार्टनर के रूप में आठ साल तक काम किया। 1973 से 1975 तक वह AT&T के लिए पेंशन फंड एडमिनिस्ट्रेटर थे। उन्होंने 1971 में कोलंबिया कॉलेज से अर्थशास्त्र में बीए और 1973 में हार्वर्ड बिजनेस स्कूल से एमबीए किया। किंग्‍डन और उनकी पत्नी अनला चेंग, जो एक हेज फंड मैनेजर भी हैं, न्यूयॉर्क में अपनी इकाई मार्क एंड अनला चेंग किंग्‍डन फाउंडेशन के जरिये विभिन्न परोपकारी पहलों में शामिल हैं। उन्होंने कई पुरस्कार प्राप्त करने के अलावा कोलंबिया विश्वविद्यालय, हार्लेम चिल्ड्रन जोन, न्यूयॉर्क सिटी पुलिस फाउंडेशन, सोशल साइंस रिसर्च काउंसिल और कार्नेगी हॉल के बोर्ड में काम किया है।
शो-कॉज नोटिस का मतलब – शो-कॉज नोटिस मुकदमा नहीं है। सेबी जवाबों और उपलब्ध सामग्री के आधार पर आरोपों पर दंडात्मक आदेशों के साथ आगे बढ़ भी सकता है और नहीं भी। सेबी ने किंग्डन की ओर से इस्तेमाल किए गए अलग-अलग माध्यमों और ढांचों का पता लगाने के लिए गहन जांच की है। हालांकि, हिंडनबर्ग के उलट किंग्डम संस्थाओं का स्वामित्व और नियंत्रण का पता लगाना काफी सरल था। इसका स्‍वामित्‍व किंग्डन परिवार के पास था।
किंग्डन ने सेबी को बताया है कि उसे कानूनी राय मिली थी कि वह थर्ड पार्टी फर्म के साथ एक शोध सेवा समझौता कर सकते हैं। इस समझौते के तहत किंग्डन कैपिटल को रिपोर्ट के सार्वजनिक रूप से उपलब्ध होने से पहले रिपोर्ट की ड्राफ्ट कॉपी दी जाएगी और रिपोर्ट के सार्वजनिक प्रसार से पहले उसके अनुसार निवेश करने का अवसर मिलेगा।
कोटक का कैसे जुड़ा नाम? – सेबी की जांच के अनुसार, किंग्डन ऑफशोर मास्टर फंड के तीन फीडर फंड हैं – किंग्डम एसोसिएट्स (66%), किंग्डम ऑफशोर (28%) और किंग्डम फैमिली पार्टनरशिप (6%)। इनके जरिये खुद किंग्डन का एक्सपोजर 54.09% है। उनके परिवार के पास 4.71% है। इससे KIOF में उनकी संयुक्त हिस्सेदारी 58.8% हो जाती है। इसके अलावा, निवेश प्रबंधक होने के नाते उनका निवेश रणनीतियों और निष्पादन पर 100% नियंत्रण है। इसने कोटक स्ट्रक्चर्ड एफपीआई KIOF क्लास F में निवेश किया था।