बर्नी सैंडर्स के अनुसार, 2022 और 2023 में इस कार्यक्रम का इस्तेमाल करने वाले शीर्ष 30 कॉर्पोरेशन (कंपनियों) ने कम से कम 85,000 अमेरिकी कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया, जबकि उन्होंने 34,000 से ज्यादा नए H-1B गेस्ट (गैर-आप्रवासी) कर्मचारियों को काम पर रखा।
अमेरिकी कंपनियों में कुशल भारतीयों समेत विदेशी नागरिकों की जॉब के लिए जरूरी H-1B वीजा कार्यक्रम का मुद्दा गरमाया हुआ है। यूएस सीनेटर बर्नी सैंडर्स ने अब इस कार्यक्रम पर हमला किया है और नव-निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के सहयोगी और दुनिया के सबसे अमीर शख्स एलन मस्क पर निशाना साधा है। दरअसल, एलन मस्क ने एच-1बी वीजा कार्यक्रम का समर्थन किया है। हालांकि, उन्होंने इस वीजा प्रणाली को ‘टूटा हुआ’ करार दिया है और कहा है कि इसमें सुधार की जरूरत है।
एच-1बी वीजा पर बहस में कूदते हुए सीनेटर बर्नी सैंडर्स ने एक्स पर एक पोस्ट के माध्यम से अपना रुख बताया। उन्होंने एच-1बी वीजा कार्यक्रम की आलोचना करते हुए एलन मस्क को घेरा। बर्नी सैंडर्स ने लिखा, ”एलन मस्क गलत हैं। H-1B वीजा कार्यक्रम का मुख्य कार्य ‘सबसे अच्छे और प्रतिभाशाली लोगों’ को काम पर रखना नहीं है, बल्कि विदेशों से कम वेतन वाले अनुबंध वाले नौकरों के साथ अच्छे वेतन वाली अमेरिकी नौकरियों को बदलना है। वे जितने सस्ते श्रमिक काम पर रखते हैं, अरबपति उतना ही ज्यादा धन कमाते हैं।”
85,000 अमेरिकी कर्मचारियों को जॉब से निकाला गया- बर्नी सैंडर्स का दावा – बर्नी सैंडर्स ने एक्स पर अपने विस्तृत बयान की कॉपी शेयर की है, जिसमें कहा गया है कि 2022 और 2023 में इस कार्यक्रम का इस्तेमाल करने वाले शीर्ष 30 कॉर्पोरेशन (कंपनियों) ने कम से कम 85,000 अमेरिकी कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया, जबकि उन्होंने 34,000 से ज्यादा नए H-1B गेस्ट (गैर-आप्रवासी) कर्मचारियों को काम पर रखा। उनके अनुसार, अनुमान है कि अमेरिका में इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी क्षेत्र में 33 फीसद नई जॉब्स गेस्ट कर्मचारियों से भरी जा रही हैं। इसके अलावा, जनगणना ब्यूरो के आंकड़ों के अनुसार, साइंस, टेक्नोलॉजी, इंजीनियरिंग और गणित में एडवांस डिग्री वाले लाखों अमेरिकी हैं जो वर्तमान में इन व्यवसायों में कार्यरत नहीं हैं।
अमेरिकी सीनेटर ने बयान में कहा, ”अगर अमेरिका में वास्तव में कुशल तकनीकी कर्मचारियों की कमी है तो टेस्ला ने इस साल 7500 से ज्यादा अमेरिकी कर्मचारियों को क्यों निकाल दिया – जिसमें कई सॉफ्टवेयर डेवलपर्स और इंजीनियर शामिल हैं और टेक्सास के ऑस्टिन के इसके कारखाने से – जबकि उसे हजारों एच-1बी गेस्ट कर्मचारियों को नियुक्त करने की मंजूरी दी गई है।”
क्या है H-1B वीजा? – H1B वीजा एक गैर-आप्रवासी वीजा है, जो अमेरिका में कुशल विदेशी पेशेवरों को काम करने की अनुमति देता है। यह वीजा विशेष रूप से उन लोगों के लिए है जो विशेष कौशल, ज्ञान या योग्यता रखते हैं और जिन्हें अमेरिका के किसी नियोक्ता (कंपनी) की ओर से रोजगार की पेशकश की जाती है। इस वीजा की अवधि आमतौर पर तीन साल होती है, जिसे आवश्यकता पड़ने पर तीन और वर्षों के लिए बढ़ाया जा सकता है। इस वीजा के लिए हर साल एक निश्चित संख्या में आवेदनों को ही स्वीकार किया जाता है।
Home / News / भारतीय H-1बी वीजा धारकों पर छिड़ी बहस के बीच अमेरिकी सीनेटर ने एलन मस्क को घेरा, जानें क्या कहा