Tuesday , July 1 2025 10:11 AM
Home / News / अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, जापान.. चीन के खिलाफ पहली बार गरजेंगे 3 देशों के F-35 लड़ाकू विमान, ड्रैगन की चाल होगी नाकाम!

अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, जापान.. चीन के खिलाफ पहली बार गरजेंगे 3 देशों के F-35 लड़ाकू विमान, ड्रैगन की चाल होगी नाकाम!


इंडो-पैसिफिक में चीन के वर्चस्व को चुनौती देने के लिए अगले महीने से अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया मिलकर युद्धाभ्यास शुरू कर रहे हैं। इस एक्सरसाइज की सबसे खास बात ये होगी, इसमें तीनों देशों के एफ-35 स्टील्थ फाइटर जेट शामिल होंगे। ये एक्सरसाइज गुआम एयरबेस पर आयोजित किया जाएगा और तीनों देश अपनी शक्ति का आकलन करेंगे।
इंडो-पैसिफिक में चीन अपना वर्चस्व चाहता है और अमेरिका, उसकी ताकत को कुचल देना चाहता है। और इसीलिए ऐसा पहली बार हो रहा है, जब अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और जापान अपने अपने एफ-35 फाइटर जेट्स के साथ ज्वाइंट एक्सरसाइज करने जा रहे हैं। अगले महीने गुआम के आसमान में इन तीनों देशों के फाइटर जेट्स जब गरज रहे होंगे, तो ड्रैगन का दिल कांप रहा होगा। इस अभ्यास का मकसद इंडो-पैसिफिक में चीन की आक्रामकता का काउंटर करना है।
जापान के F-35A लाइटनिंग II स्टील्थ फाइटर्स, अमेरिकी और ऑस्ट्रेलियाई F-35 फाइटर जेट्स के साथ इस महाभ्यास में शामिल हो रहे हैं। इस ज्वाइंट एक्सरसाइज, जिसे जिसे कोप नॉर्थ के नाम से जाना जाता है, उसमें पहली बार ऐसा होने वाला है, जब तीनों देशों के पांचवीं पीढ़ी के फाइटर जेट्स एक साथ अभ्यास करेंगे।
ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका और जापान का युद्धाभ्यास – जापान एयर सेल्फ डिफेंस फोर्स (JASDF) के मुताबिक, यह अभ्यास गुआम में एंडरसन एयर फोर्स बेस पर 3 से 21 फरवरी तक चलेगा। दो हफ्तों तक चलने वाला ये ज्वाइंट एक्सरसाइज, हवाई युद्ध के साथ साथ दुश्मन को चकमा देने के तरीकों पर केन्द्रित होगी। इसके जरिए आसमान में लड़ी जाने वाली काफी मुश्किल लड़ाइयों के दौरान अपनी क्षमता को परखना और उसमें सुधार लाना है।
JASDF के चीफ ऑफ स्टाफ जनरल हिरोआकी उचिकुरा ने कहा, कि यह आयोजन वायु सेनाओं को समान क्षमताओं वाले विरोधियों से निपटने में अपनी क्षमता को मजबूत करने का मौका देता है। इस युद्धाभ्यास को युद्ध की तैयारी को मजबूत करने में एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में देखा जाता है, क्योंकि तीनों सहयोगी इंडो-पैसिफिक में चीन के वर्चस्व से परेशान हैं।
कितना खतरनाक होने वाला है युद्धाभ्यास? – जापान इस अभ्यास में भाग लेने के लिए अपने छह F-35A, दो E-2D एडवांस्ड हॉकआई कमांड और कंट्रोल प्लेन और एक KC-46A पेगासस टैंकर भेज रहा है। जापानी दल में करीब 250 कर्मी शामिल होंगे, जिन्हें जापान के तीसरे एयर विंग और मिसावा एयर बेस पर एयरबोर्न वार्निंग एंड कंट्रोल विंग के साथ-साथ देश के दक्षिण-पश्चिम में मिहो एयर बेस पर तीसरे टैक्टिकल एयरलिफ्ट ग्रुप से लिए जाएंगे।