
मोल्डोवा के प्रधानमंत्री डोरिन रेसियन ने कहा है कि रूस की व्लादिमीर पुतिन सरकार ट्रांसनिस्ट्रिया क्षेत्र में 10,000 सैनिक तैनात करने का प्लान बना रही है। ऐसा करने के लिए पुतिन मोल्डोवा में अपनी समर्थक सरकार बनाने की कोशिश में लगे है। रेसियन ने कहा कि मोल्डोवा में अपनी कठपुतली सरकार बनाने के लिए रूस आगामी चुनावों में हस्तक्षेप कर रहा है। पुतिन माल्डोवा में ऐसी सरकार लाना चाहते हैं, जो उनको आसानी से ज्यादा सैनिक तैनाती की इजाजत दे। माल्डोवा पीएम ने अपनी खुफिया जानकारी के आधार पर ये दावा किया है।
माल्डोवा के पीएम डोरिन रेसियन ने रूस के ट्रांसनिस्ट्रिया क्षेत्र में सैनिक तैनाती के प्लान को लेकर यूरोप को चेतावनी दी है। रेसियन का कहना है कि इससे रूस को यूरोप में अपना प्रभाव बढ़ाने में मदद मिल सकती है। रेसियन की ये चेतावानी यूरोप के देशों की चिंता बढ़ा सकती है। रूस के यूक्रेन पर हमले के बाद से यूरोप में लगातार पुतिन के इरादों को लेकर फिक्र रही है, जो और बढ़ सकती है।
अवैध ट्रांसफर से माल्डोवा आ रही रकम – मोल्डोवा के प्रधानमंत्री डोरिन रेसियन ने फाइनेंशियल टाइम्स से कहा, ‘रूस ऑनलाइन प्रचार, पार्टियों और मतदाताओं को अवैध तरीके से धन ट्रांसफर कर रहा है। रूस ने 2024 में अपने इन अभियानों पर मोल्डोवा के सकल घरेलू उत्पाद का एक फीसदी खर्च किया। रूस का लक्ष्य मोल्डोवा में अपनी समर्थक सरकार बनाना है। इसके लिए रूस मोल्दोवा के चुनावों में हस्तक्षेप कर रहा है।’
मोल्डोवा के प्रधानमंत्री डोरिन रेसियन ने कहा है कि रूस की कोशिश यूक्रेन की सीमा पर स्थित ट्रांसनिस्ट्रिया क्षेत्र में 10,000 सैनिक तैनात करने की है। रूस को उम्मीद है कि मोल्डोवा में उसकी समर्थक सरकार बनी तो ज्यादा सैनिक तैनात करने की अनुमति देगी। रेसियन ने कहा कि पुतिन ट्रांसनिस्ट्रिया क्षेत्र में अपनी सैन्य उपस्थिति को मजबूत करना चाहते हैं।
यूरोपीय देशों पर बढ़ेगा दबाव – रेसियन ने यूरोपीय देशों को चेताते हुए कहा, ‘आप कल्पना कर सकते हैं कि रूस के 10,000 सैनिकों के आने से यूक्रेन के दक्षिण-पश्चिमी हिस्से पर कितना दबाव बढ़ जाएगा।’ फिलहाल इस क्षेत्र में 1,500 रूसी सैनिक हैं। इसमें से भी ज्यादातर स्थानीय लोग हैं, जो सेना में शामिल होते हैं। रेसियन की टिप्पणियों पर रूस ने कोई जवाब नहीं दिया है। साल 1992 के बाद ट्रांसनिस्ट्रिया में रूसी सैनिकों की बड़ी संख्या में तैनाती की गई थी। हालांकि हालिया वर्षों में इस क्षेत्र में रूसी सैनिकों की संख्या सीमित हो गई है।
Home / News / यूक्रेन के बाद अब किस देश पर हमला करने जा रहा रूस, 10000 सैनिकों की तैनाती के दावे से दहशत में यूरोप, जानें
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