
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अपने दूसरे कार्यकाल में सहयोगियों के खिलाफ कुछ ज्यादा ही आक्रामक हैं। वह दुनियाभर में संघर्ष विराम कराने का क्रेडिट ले रहे हैं और खुद को शांति का मसीहा बता रहे हैं। हालांकि, अमेरिका के एक सहयोगी देश ने ट्रंप को उनके बयानों पर आईना दिखाया है।
चीन के कट्टर दुश्मन ताइवान ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के आक्रमण संबंधी बयान पर पहली बार टिप्पणी की है। ताइवान के विदेश मंत्रालय ने कहा है कि वह अपनी सुरक्षा के लिए खुद पर निर्भर है। ट्रंप ने दावा किया था कि चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने उनसे कहा था कि ट्रंप के शासनकाल में वह इस द्वीप पर आक्रमण नहीं करेंगे। हालांकि, चीन ने भी ट्रंप के इस बयान को खारिज कर दिया था। चीन शुरू से ही ताइवान को अपना हिस्सा मानता है, लेकिन ताइवान ने हमेशा ही इस दावे को खारिज किया है। ताइवान का कहना है कि वह एक स्वतंत्र देश है और कभी भी चीन के शासित नहीं रहा है।
चीन की आक्रमकता का सामना कर रहा ताइवान – ताइवान को पिछले पांच वर्षों में चीन के लगातार बढ़ते सैन्य और राजनीतिक दबाव का सामना करना पड़ा है। वहीं, चीन ने ताइवान को अपने कब्जे में लेने के लिए कभी भी बल प्रयोग से इनकार नहीं किया है। हालांकि, चीन ने यह जरूर कहा है कि वह ताइवान के एकीकरण को बातचीत और परस्पर सहमति से करने की इच्छा रखता है।
Home / News / हम सुरक्षा के लिए खुद पर निर्भर… ट्रंप के बड़बोलेपन पर इस देश की दो-टूक, चीन का है कट्टर दुश्मन
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