Authored by: रौनक भैड़ा|नवभारतटाइम्स.कॉम•24 Sept 2025, 11:07 am
बाइडन प्रशासन के दौरान यूट्यूब ने सरकार के कहने पर कुछ चैनलों को बैन किया था, जिनकी अब वापसी होने वाली है। गूगल ने माना है कि ये चैनल दबाव में डिलीट करवाए गए थे, इन्होंने नियमों का उल्लंघन नहीं किया था।
यूट्यूब ने अपने प्लेटफॉर्म पर उन कंटेंट क्रिएटर्स के अकाउंट्स को बहाल करने का फैसला किया है, जिन्हें कोरोना और 2020 के अमेरिकी चुनावों से जुड़ी गलत जानकारी फैलाने के आरोप में बैन किया गया था। यह जानकारी यूट्यूब ने मंगलवार को अमेरिकी हाउस ज्यूडिशियरी कमेटी को दी गई एक चिट्ठी में बताई गई। इस चिट्ठी में गूगल के स्वामित्व वाली यूट्यूब ने दावा किया कि जो बाइडन के राष्ट्रपति रहते हुए ऐसी सामग्री हटाने का दबाव बनाया, जो उनके नियमों के विरुद्ध नहीं थी। एक्स के मालिक एलन मस्क ने इस खबर पर खुशी जाहिर की है।
बाइडन प्रशासन पर यूट्यूब का आरोप – यूट्यूब ने अपनी चिट्ठी में कहा कि बाइडन प्रशासन ने उन पर गलत दबाव डालते हुए कोरोना से जुड़ी ऐसी सामग्री हटवाई, जो उनके नियमों का उल्लंघन नहीं करती थी। कंपनी ने साफ कहा कि उसने अभिव्यक्ति की आजादी के लिए इस दबाव का विरोध किया। यूट्यूब ने कहा कि वह अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को कभी नहीं छोड़ेगा और किसी भी राजनीतिक दबाव के आगे नहीं झुकेगा।
क्रिएटर्स को दोबारा मौका देगा यूट्यूब – यूट्यूब ने पहले कोरोना और 2020 के चुनावों से जुड़ी गलत जानकारी को लेकर सख्त नियम बनाए थे। इन नियमों के तहत कई चैनलों को 2023 तक चुनावी सामग्री और 2024 तक कोविड-19 से जुड़ी सामग्री के कारण बंद कर दिया गया था। लेकिन अब यूट्यूब ने अपने नियमों में ढील दी है। कंपनी का कहना है कि अब कोरोना और चुनावी से जुड़ी सामग्री को अनुमति दी जाएगी। इस बदलाव के बाद यूट्यूब उन क्रिएटर्स को दोबारा मौका देगा, जिनके चैनल इन पुराने नियमों के कारण बंद किए गए थे।
भिव्यक्ति की आजादी को बढ़ावा देने की बात कही – यूट्यूब ने अपनी चिट्ठी में कहा कि वह उन सभी कंटेंट क्रिएटर्स को फिर से प्लेटफॉर्म पर मौका देगा, जिनके चैनल कोरोना और चुनावी नियमों के उल्लंघन के कारण बंद किए गए थे। कंपनी ने कहा कि वह अभिव्यक्ति की आजादी को बढ़ावा देना चाहती है। यूट्यूब ने यह भी बताया कि उसके पास दुनिया भर में दो अरब से ज्यादा यूजर्स हैं और वह रूढ़िवादी विचारों वाले क्रिएटर्स को भी महत्व देता है, क्योंकि ये लोग समाज में जरूरी चर्चाओं को आगे बढ़ाते हैं।
एलन मस्क बोले- वेल डन – इस खबर के बाद एलन मस्क ने एक्स पर हाउस ज्यूडिशियरी कमेटी के पोस्ट को शेयर करते हुए ‘Well Done!’ लिखा। यह बदलाव उस समय आया है, जब रिपब्लिकन सांसद इस बात की जांच कर रहे हैं कि क्या टेक कंपनियों ने बाइडन प्रशासन के दबाव में आकर लोगों की आवाज को दबाया था।
Home / Business & Tech / Google ने दबाव में आकर डिलीट किए थे यूट्यूब चैनल, अब फिर से दिखाई देंगे, एलन मस्क बोले- वेल डन