
पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच जारी तनातनी में तालिबान ने सख्त रुख दिखाया है। तालिबान ने पाकिस्तानी नेताओं को वीजा देने से ही इनकार कर दिया है। इस फैसले को बलूचों ने सराहा है।
अफगानिस्तान ने बॉर्डर पर जारी तनातनी के बीच पाकिस्तान के नेताओं और अधिकारियों को वीजा देने से इनकार कर दिया है। अफगानिस्तान की तालिबान सरकार ने पाकिस्तानी रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ, आईएसआई चीफ असीम मलिक और दूसरे सैन्य अफसरों की वीजा अर्जी खारिज की है। काबुल से पाकिस्तानी अधिकारियों की वीजा अर्जी खारिज होने पर बलूचिस्तान के विद्रोही नेताओं ने खुशी जताई है। बलूच नेताओं ने इसे पाकिस्तान को सबक सिखाने का सही तरीका कहा है।
बलूचिस्तान को पाकिस्तान से अलग देश बनाने की मांग करने वाले मीर यार बलूच ने एक्स पर अपनी एक पोस्ट में कहा है कि हम पाकिस्तान के रक्षा मंत्री और आईएसआई प्रमुख को वीजा देने से इनकार करने के अफगानिस्तान के फैसले की सराहना करता है। हम डीजी आईएसआई को अफगान लोगों का हत्यारा घोषित करने की बात का भी समर्थन करते हैं।
मीर ने अपनी पोस्ट में लिखा, पाकिस्तान का डीप स्टेट जानबूझकर अफगान शरणार्थियों को निष्कासित और रिपोर्ट करके निशाना बना रहा है। उन्हें उनके मूल अधिकारों और संपत्ति को समेटने के लिए पर्याप्त समय से वंचित किया जा रहा है। पाक अफसर हजारों अफगान लोगों को बिना भोजन, पानी और स्वास्थ्य सेवा के शिविरों में रख रहे हैं।
Home / News / तालिबान ने अच्छा सबक सिखाया… पाकिस्तानी रक्षा मंत्री और ISI चीफ को अफगान वीजा ना मिलने से बलूच खुश, की खास अपील
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