
यूक्रेनी सेना ने पहली बार इस स्वदेशी मिसाइल से हमला किया, जिसमें रूस की एक तेल रिफाइनरी को निशाना बनाया। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने इसे देश के शस्त्रागार में सबसे सफल मिसाइल बताया है।
रूस से जंग के बीच यूक्रेन की सेना ने देश में विकसित लंबी दूरी की मिसाइल फ्लेमिंगो का सफल इस्तेमाल किया है। गुरुवार की रात यूक्रेनी सेना ने पहली बार इस स्वदेशी मिसाइल से हमला किया, जिसमें रूस की एक तेल रिफाइनरी को निशाना बनाया। यूक्रेन के जनरल स्टाफ ने बताया कि हवाई हमले में कथित तौर पर रूस और रूसी कब्जे वाले क्षेत्रों में कई ठिकानों को निशाना बनाया गया। इसे यूक्रेन की बड़ी सफलता के तौर पर देखा जा रहा है। खासतौर, जब अमेरिका का ट्रंप प्रशासन यूक्रेन की लगातार मांग के बावजूद टॉमहॉक मिसाइल देने से इनकार कर रहा है।
फ्लेमिंगो के साथ ही यूक्रेनी सेना ने कई ड्रोन और दूसरी मिसाइलें तैनात कीं, जिन्होंने दर्जनों लक्ष्यों को सफलतापूर्वक भेदा है। इसमें विशेष रूप से रूस के कमजोर ऊर्जा बुनियादी ढांचे को केंद्रित करते हुए निशाना बनाया गया है। यह रूसी तेल सुविधाओं पर यूक्रेन का चौथा बड़ा हमला था। यूक्रेन ने एक वीडियो भी जारी किया, जिसमें मिसाइल हमले के दौरान रात में आसमान जगमगाता हुआ दिखाई दे रहा है। हालांकि, अधिकारी अभी नुकसान का आकलन कर रहे हैं।
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