
काबुल: पाकिस्तान के साथ व्यापार बंद होने के बाद अब अफगानिस्तान को दवाइयों की भारी किल्लत का सामना करना पड़ रहा है। पाकिस्तान दवाएं देने के नाम पर तालिबानी सरकार को ब्लैकमेल करने में लगी है। इस बीच अफगानिस्तान सरकार ने भारत के साथ दवा खरीदने के लिए बड़ी डील की है। भारत दुनिया की दवा फैक्ट्री है और सस्ते दर पर मुहैया कराने में माहिर है। भारत का साथ मिलते ही तालिबानी सरकार जोश में आ गई है। तालिबान के स्वास्थ्य मंत्री नूर जलाल ने कहा है कि अफगानिस्तान किसी का गुलाम नहीं है और हम विदेशी आदेशों को खारिज करते हैं। उन्होंने भारत का नाम लिए बिना कहा कि उनका देश अंतरराष्ट्रीय पार्टनर के साथ सक्रिय रूप से बातचीत कर रहा है और जल्द ही देश में दवाओं का संकट दूर हो जाएगा।
नूर जलाल ने कुनार प्रांत में 200 बेड के अस्पताल काम शुरू कराने के बाद कहा, ‘हमारे पड़ोसी हमसे नाराज हैं क्योंकि वे कहते हैं कि मैं तुम्हारे साथ था, तुमने मुझे क्यों छोड़ दिया ? तुम जो कुछ भी करो , मुझसे पहले पूछ लो, मेरी तरफ मुड़ो। हमारे अफगान आजाद हैं, जिन अफगानों ने बड़ी कुर्बानी दी है, वे इस दासता को स्वीकार नहीं करेंगे। हमें अपना सिस्टम चलाने दो। आपको हमारे दुनिया के साथ रिश्ते को बताया जाएगा। हमारे दुनिया के साथ हेल्थ, उपकरण, क्षमता और दवाओं को लेकर रिश्ते हैं।’ भारत और अफगानिस्तान के बीच दवाओं को लेकर 10 करोड़ डॉलर का समझौता हुआ है। भारत और अफगानिस्तान की दवा कंपनियों के बीच यह समझौता हुआ है।
Home / News / अफगानिस्तान किसी का गुलाम नहीं… भारत का मिला साथ तो जोश में आई तालिबान सरकार, पाकिस्तान को खुली चेतावनी
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