Saturday , December 20 2025 10:55 PM
Home / News / पाकिस्तान में पानी पर हाहाकार, चिनाब के बाद भारत से जाने वाली झेलम नदी का भी बहाव हुआ कम, तिलमिलाई शहबाज सरकार

पाकिस्तान में पानी पर हाहाकार, चिनाब के बाद भारत से जाने वाली झेलम नदी का भी बहाव हुआ कम, तिलमिलाई शहबाज सरकार


भारत से जाने वाली नदियों में पानी की कमी से पाकिस्तान में हाहाकार मचा हुआ है। पाकिस्तान ने इसके लिए भारत को जिम्मेदार ठहराया है और कहा है कि भारतीय क्षेत्र में पानी रोके जाने के कारण पानी का बहाव कम हुआ है। पाकिस्तान ने इसी सप्ताह चिनाब में पानी में बहाव कम होने को लेकर भारत को पत्र लिखा था। शुक्रवार को पाकिस्तान ने बताया कि नदी के बहाव में असाधारण कमी पर भारत से स्पष्टीकरण मांगा है। इस बीच अधिकारियों ने कहा है झेलम नदी के पानी में भी रुकावटें आ रही हैं जिससे बहाव काफी कम हो गया है।
पाकिस्तान के जल संसाधन मंत्रालय ने कहा है कि उसने चिनाब नदी में अचानक आए पानी में बदलाव के बारे में भारत से स्पष्टीकरण मांगा है, जिससे पंजाब के अलग-अलग हिस्सों में नहरों से सिंचाई की जाने वाली गेहूं और दूसरी फसलों पर बुरा असर पड़ा है। एक बयान में मंत्रालय ने बताया कि चिनाब नदी का बहाव काफी समय तक अस्थिरता के बाद सफलतापूर्व स्थिर हो गया है।
भारत पर डैम में पानी रोकने का आरोप – पाकिस्तान ने भारत पर बगलिहार बांध में पानी रोकने का आरोप लगाया। मंत्रालय ने कहा कि 8 दिसम्बर को सैटेलाइट इमेजरी में बगलिहार के सतह क्षेत्र में महत्वपूर्ण कमी देखी गई जो 13 दिसम्बर को बढ़ गई। इसने आगे कहा कि बगलिहार जलाशय के सतह क्षेत्र में कमी और फिर वृद्धि से विश्वास होता है कि भारत ने बगलिहार जलाशय को खाली कर दिया और उसके बाद उसे फिर से भर दिया।
झेलम नदी में भी बहाव कम हुआ – इस बीच अधिकारियों ने कहा कि झेलम नदी में भी रुकावटें आ रही हैं, क्योंकि भारतीय अधिकारी अचानक पानी रोक रहे हैं और छोड़ रहे हैं। सिंधु जल पर पाकिस्तान कमिश्नर सैयद मेहर अली शाह के कार्यालय ने कहा कि झेलम नदी में भारत के ऊपरी हिस्से से पाकिस्तान में मंगला बांध तक निचले हिस्से में पानी का बहाव कम हो रहा है। इससे पाकिस्तान में 150 लाख एकड़ कृषि भूमिक को पानी या तो कम मिल रहा है या बिल्कुल भी नहीं।
पाकिस्तान के एक टीवी चैनल ने मेहर अली शाह के हवाले से कहा कि झेलम के बहाव पर नजर रखी जा रही है। शाह ने बताया कि अभी के लिए चिनाब नदी के बारे में भारत को पत्र भेजा गया है। जवाब मिलने पर इस मुद्दे को आगे देखेंगे। उन्होंने जोर देकर कहा कि जब भी भारत पानी रोकेगा, पाकिस्तान इसके खिलाफ आवाज उठाएगा।