
जोहान्सबर्ग: नोटबंदी और जीएसटी का असर सिर्फ भारत तक ही सीमित नहीं रहा, अब इसका असर विदेशों में भी देखा जा रहा है। जी हां, ऐसा हम नहीं कह रहे, ऐसा कहना है दक्षिण अफ्रीका की कार्यकारी टूरिज्म प्रमुख हब अल्पा जानी का। बकौल जानी भारत के दो फैसलों नोटबंदी और जीएसटी का असर दक्षिण अफ्रीका से जाने वाले टूरिस्टों पर भी पड़ा है। इस कारण वहां का पर्यटन उद्योग अपने लक्ष्य को भी हासिल नहीं कर सका।
हब अल्पा जानी ने कहा कि साल 2017 में भारत से 1 लाख पर्यटकों के आने की उम्मीद थी लेकिन 2017 में आने वाले पर्यटकों की संख्या 89,872 रही। जो कि लक्ष्य से बहुत कम है।
उन्होंने कहा कि दक्षिण अफ्रीका भारत में पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए पांच शहरों में रोड शो का आयोजन कर रहा है। तीन शहरों में अब तक रोड शो हो चुका है, जिनमें मुंबई, कोलकाता और बेंगलुरू शामिल हैं। इसके बाद दिल्ली और अहमदाबाद में भी रोड शो होना है। रोड शो के लिए दक्षिण अफ्रीका का 60 सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल इस वक्त भारत में है।
इन रोड शो के जरिए केपटाउन, जोहान्सबर्ग, सेंचुरियन, डरबन जैसे बड़े शहरों के साथ-साथ पोर्ट एलिजाबेथ जैसे शहरों के लिए भी पर्यटन की संभावनाओं के बारे में भी प्रचार प्रसार किया जाएगा।
जानी ने कहा कि दक्षिण अफ्रीका भारत के लिए पर्यटन के हिसाब से आठवां सबसे बड़ा बाजार है। जहां युवा जनसंख्या और आय में बढ़ोतरी को देखते हुए संभावनाएं हैं।
वहीं दूसरी तरफ राहुल गांधी ने संघ परिवार पर आरोप लगाते हुए कहा कि देश की हर संस्था को आरएसएस कब्जाना चाहता है। उन्होंने नोटबंदी के फैसले पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रधानमंत्री को नोटबंदी का विचार एक संघ विचारक ने ही दिया था।
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