
पेशावरः पाकिस्तान को अपने ही घर में बगावत का सामना करना पड़ रहा है। पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) में सेना के खिलाफ पश्तूनों का विद्रोह दिन-ब-दिन भड़कता जा रहा है। गुरुवार को पीओके में जेकेएलएफ के लोगों ने नईम बट्ट को इंसाफ दिलाने को लेकर लेकर जमकर प्रदर्शन किया। उन्होंने जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (जेकेएलएफ) के कार्यकर्ता नईम बट्ट की हत्या में संलिप्त आरोपियों को दंडित करने की मांग को लेकर रावलकोट के डिप्टी कमिश्रर के तत्काल निलंबन की मांग की।
जेकेएलएफ और परिवहन संघ के कार्यकर्ता रावलकोट स्थित डिप्टी कमिश्नर के कार्यालय के बाहर धरने पर बैठ गए। प्रदर्शनकारी कार्यकर्ता लगातार पाकिस्तानी पुलिस और सेना के जुल्मों के खिलाफ नारेबाजी करते रहे। बता दें कि पाकिस्तान के लिए इन दिनों पश्तून आंदोलन सिरदर्द बना हुआ है। पाक सेना के सामने मंज़ूर पश्तीन नाम का एक पश्तून नेता चैलेंज बनकर खड़ा है। बीते कुछ महीनों में मंज़ूर पश्तून की पाकिस्तान में काफी लोकप्रियता बढ़ी है। पश्तीन देखते ही देखते पाकिस्तान की राजनीति में छा गए हैं।
पाकिस्तान में रहने वाले पश्तून मंज़ूर पश्तीन के साथ हैं और पाक सेना पर उनका गुस्सा रैलियों के रूप में निकल रहा है।पाकिस्तान में रह रहे पश्तूनों का आरोप है कि वहां की सेना की कार्रवाई के दौरान पिछले कुछ वर्षों में कई पश्तून लापता हो चुके हैं तो कई पश्तूनों को मारा जा चुका है। पाक सेना वहां रह रहे पश्तूनों का दमन कर रही है और उनके मानवाधिकारों का उल्लंघन कर रही है। इनका आरोप है कि पाकिस्तान उनके साथ गुलामों जैसा सलूक कर रही है। ऐसे में युवा पश्तून नेता मंज़ूर पश्तीन उनके लिए एक मसीहा बनकर सामने आए हैं।
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