
पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में सबसे बड़े दल के रूप में उभरी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के प्रमुख इमरान खान ने अपने पहले बयान में कश्मीर का मसला उठाते हुये इसे दोनों देशों की बीच संबंधों का अहम मुद्दा करार दिया है। इमरान ने गुरुवार को कहा कि वह पड़ोसी देशों के साथ अच्छे संबंधों के हिमायती है। उन्होंने कहा कि वह भारत के साथ अच्छे संबंध रखना चाहते हैं और आपसी समस्याओं को बातचीत से हल करने के पक्षधर है। उन्होंने कहा कि कश्मीर दोनों देशों के बीच अहम मुद्दा है।
पाक में करेंगे ये बदलाव
पाकिस्तान के लिए मैने काफी समय सर्घष किया है । मैं देश के लिए राजनीति मे आया हू। अल्लाह ने मुझे मौका दिया है।
ये इतिहासिक चुनाव रहा है। मुझे पाकिस्तान की सेवा करने का मौका मिला है।
मेरा 22 सालों का सघर्ष अब रंग लाया है। मै पाकिस्तान से किया हर वायदा पूरी करूगा और कमजोरों के लिए काम करूगा।
मैं पीने का साफ पानी मुहैया कराऊगा अौर शिक्षा व स्वास्थ सेवाओं का बेहतर करूगा।हमारी सरकार गरीबों के लिए काम करेगी।
उन्होंने कहा कि मैं देश में कानून राज कायम करूा। मुल्क की पहचान गरीबों से है।
पाकिस्तान में टैक्स कल्चर ठीक करूंगा।
पाकिस्तान के गांवों में यूनिवर्सिटी खोलेंगे
पड़ोसी देशों से अच्छे रिश्ते चाहते हैं इमरान
इमरान ने चीन की तारीफ करते हुए उसकी तरफ अपने झुकाव के संकेत दिए इस बीच उन्होंने भारत का जिक्र नहीं किया ।
पाकिस्तान इस समय कर्ज में डूबा हुआ है। देश में निवेश को बढ़ावा देंगे।
निवेश के लिए चीन को बुलाएंगे ।
चीन से बहुत कुछ सीखने की जरूरत।
पड़ोसी देशों से अच्छे रिश्ते चाहते हैं।
सऊदी हमारा मददगार रहा है।
अमेरिका से अब तक एकतरफा रिश्ते।
चीन से भ्रष्टाचार रोकने के बारे में सीखेंगे।
अफगानिस्तान में अमन चाहता है पाकिस्तान।
पड़ोसी देशों से अच्छे रिश्ते चाहते हैं।
प्रधानमंत्री आवास में रहने किया इंकार
बिजनेस के लिए पाकिस्तान में माहौल बनाना है।
मैं प्रधानमंत्री आवास में नहीं रहूंगा और उसे होटल में तब्दील करूंगा।
पाकिस्तान में मिसाल कायम करके दिखाऊंग।
सियासी दुश्मनी मेरे लिए मतलब नहीं रखती।
टैक्स के पैसे का इस्तेमाल जनता के लिए होगा।
पाकिस्तान में टैक्स कल्चर ठीक करूंगा।
नेता शान-शौकत से नहीं सादगी से रहेंगे।
कश्मीर मुद्धा करेंगे हल
इमरान खान ने कहा कि कश्मीर मसले पर भारत से बातचीत करने को तैयार रहेंगे
मै भारत से संबंध बेहतर करना चाहता हूं।
कश्मीर मसला हल करना जरूरी है।
हम भारत से ज्यादा से ज्यादा व्यापार चाहते हैं।
भारतीय मीडिया से निराश हूं।
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