
इस्लामाबादः पाकिस्तान चुनाव में इमरान खान की पार्टी की जीत का राज अब खुल कर सामने आ गया है। जानकारी के मुताबिक एक मोबाइल ऐप और 50 करोड़ लोगों के डेटाबेस ने इमरान खान को चुनाव जिताने में मदद की। इमरान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ (पीटीआई) लोगों को पोलिंग बूथ तक लाने में भी कामयाब रही।
PTI ने अपने इस प्लान को काफी दिनों तक गोपनीय रखा ताकि दूसरी पार्टियां इसकी नकल न कर लें। मोबाइल ऐप के जरिए उन लोगों को चुनाव के दिन पोलिंग बूथ तक लाया गया जिन्हें जगह ढूंढने में परेशानी हो सकती थी। नैशनल असेंबली में पीटीआई को 116, नवाज शरीफ की पार्टी पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) को 64 और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) को 43 सीटें मिलीं। पाकिस्तान में करीब 10.5 करोड़ वोटर हैं।
पाकिस्तान में सरकारी फोन सेवा से भी लोगों को मतदान बूथ की जानकारी दी जाती है, लेकिन 25 जुलाई को इस सिस्टम में खराबी आ गई। वहीं, इमरान की विरोधी पार्टियों का आरोप है कि उन्हें पाक आर्मी समर्थन दे रही है। ऐ पीटीआई ने चुनाव मे जीत हासिल करने के लिए एक कॉन्स्टिट्यूएंसी मैनेजमेंट सिस्टम (सीएमएस) तैयार कराया। पीटीआई नेता असद उमर के निजी सचिव और सीएमएस की एक यूनिट संभालने वाले आमिर मुगल कहते हैं, “ऐप और डेटाबेस का जबर्दस्त असर हुआ। इमरान ने पूरे पाकिस्तान के चुनाव क्षेत्रों में डेटाबेस जुटाने के लिए टीमें तैनात कीं।”
न्यूज एजेंसी के मुताबिक, 2013 के चुनाव में पीटीआई लोकप्रियता के बावजूद जीत नहीं पाई थी। पिछली हार से सबक लेते हुए इमरान ने इस बार एक टेक्नीकल टीम गठित की। वहीं, लोगों का मानना है कि शरीफ का प्रचार काफी बिखरा हुआ था। पीएमएल-एन के कई नेताओं को चुनाव लड़ने के लिए अयोग्य करार दे दिया गया। नवाज, उनकी बेटी और दामाद को जेल हो गई।
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