
इस्लामाबाद: क्रिकेटर से राजनेता बने इमरान खान पाकिस्तान के प्रधानमंत्री बन गए हैं। व्यक्तिगत न्यौते पर भारतीय क्रिकेटर और पंजाब सरकार के मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने पाकिस्तान पहुंचे। इस दौरान सिद्धू की सीट पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के राष्ट्रपति के बगल में लगाई गई थी जिसका भारत में विरोध किया जा रहा है। दरअसल, भारत लगातार कहता रहा है कि पाकिस्तान के कब्जे वाला कश्मीर भारत का हिस्सा है। हालांकि शपथ ग्रहण के बाद इमरान खान ने कुछ खास लोगों के साथ बैठक की, जिसमें नवजोत सिंह सिद्धू को बुलाया गया था। इस बैठक में इमरान खान के बगल में सिद्धू की कुर्सी लगाई गई थी। हालांकि दोनों के बीच में पाकिस्तानी सेना के कोई बड़े ऑफिसर बैठे दिखाई दिए।
सोशल मीडिया पर इस बैठक की एक तस्वीर वायरल हो रही है जो भारत-पाकिस्तान दोस्ती के सारे किस्से बयां कर रही है। जानकारों की माने तो भारत और पाकिस्तान के राजनेता और आम जनता चाहती है कि दोनों देशों के रिश्ते सुधरें और दोनों एक दूसरे के करीब आएं, लेकिन पाकिस्तान की सेना ऐसा कदापि नहीं चाहती है। यूं कहें कि भारत और पाकिस्तान की दोस्ती के बीच में पाकिस्तानी सेना दरार पैदा करती हैं।
माना जाता है कि पाकिस्तान में जब भी कोई राजनेता भारत से रिश्ते सुधारने की कोशिश करता है तो वहां सेना उसे पद से हटा देती है। यह तस्वीर भी कुछ यही बयां कर रही है। तस्वीर के मायने निकाले जाएं तो कहा सकता है कि इमरान खान चाहते हैं कि वे सिद्धू को अपने करीब बिठाएं लेकिन बीच में वहां का आर्मी ऑफिसर दीवार का काम कर रहे हैं। भारत के पूर्व क्रिकेटर एवं पंजाब सरकार के मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने उम्मीद जताई कि उनके मित्र इमरान खान का पाकिस्तान का प्रधानमंत्री बनना पाकिस्तान-भारत शांति प्रक्रिया के लिए बेहतर होगा।
द्धू ने कहा कि दोनों देशों के रिश्ते सुधारने के लिए अगर भारत एक कदम चलता है तो इमरान खान दो कदम बढ़ाएंगे। उन्होंने कहा कि किसी भी समस्या का समाधार टेबल पर होना चाहिए। बता दें कि खान 1992 के विश्व कप में पाक क्रिकेट टीम के कप्तान थे जब पाकिस्तान ने विश्व कप जीता था। खान ने अपनी टीम के कुछ पूर्व सहयोगियों और मित्रों को अपने शपथग्रहण में आमंत्रित किया था। वसीम अकरम और 1992 क्रिकेट विश्व कप जीतने वाली टीम के अन्य सदस्य भी पाकिस्तान तहरीके इंसाफ के वरिष्ठ नेताओं के साथ कार्यक्रम में उपस्थित थे।
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