
श्रीलंका में नए राष्ट्रपति के चुनाव के लिए शनिवार को मतदान होगा। ईस्टर के दिन हुए बम धमाकों के बाद हुए राजनीतिक ध्रुवीकरण और सुरक्षा चुनौतियों को देखते हुए श्रीलंका के भविष्य के लिए यह निर्वाचन महत्वपूर्ण माना जा रहा है। चुनाव में पूर्व रक्षा मंत्री गोटाबया राजपक्षे और सत्ताधारी दल के उम्मीदवार सजित प्रेमदासा के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिल सकती है।
चुनाव में श्रीलंका के 1.59 करोड़ मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे और 35 प्रत्याशियों में से एक को वर्तमान राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरिसेना का उत्तराधिकारी चुनेंगे। सत्ताधारी दल संयुक्त राष्ट्रीय पार्टी (यूएनपी) के उम्मीदवार प्रेमदासा को अपनी ‘आम आदमी के नेता’ वाली छवि पर भरोसा है जो उन्हें उनके पिता से विरासत में मिली है। हालांकि पूर्व राष्ट्रपति महिंदा राजपक्षे अपने चुनाव प्रचार में प्रेमदासा की पिता की सत्तावादी छवि की भी याद दिला रहे हैं।
उनका कहना है कि कोई भी प्रेमदासा के आतंक के राज में नहीं लौटना चाहता। गौरतलब है कि राजपक्षे अपने छोटे भाई गोटाभय के पक्ष में प्रचार कर रहे हैं। गोटाबया रक्षा मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी यह चुके हैं। उन्होंने लिट्टे के विरुद्ध सैन्य अभियान का नेतृत्व किया था।
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