आज के समय में हर किसी की लाइफ में कोई न कोई परेशानी चलती ही रहती है। इसके लिए हर इंसान बहुत से ज्योतिष उपाय भी करता है। लेकिन कई बार उपाय करने पर भी वो नतीजा नहीं मिल पाता जो व्यक्ति चाहता है। बहुत से लोगों को तो पता भी नहीं होता कि उनकी कुंडली में कोई दोष चल रहा है, जिसकी वजह से उनके जीवन में परेशानी बनी ही रहती है। ऐसे में कालसर्प दोष जिसकी कुंडली में हो जीवन की प्रगति में बाधाएं आनी शुरू हो जाती है। ज्योतिष शास्त्र में इसके बहुत से उपाय बताए गए है, जो कि आम आदमी के बस में नहीं होते हैं। आज हम आपको एक ऐसे उपाय के बारे में बताने जा रहे हैं जिस को करने से आपकी कुंडली में मौजूद कालसर्प दोष खत्म हो सकता है।
उपाय करने से पहले जरूर जानें ये नियम
जिस व्यक्ति की कुंडली में कालसर्प दोष होता है, उसी को इसके लिए उपाय करना होता है।
ध्यान रहे कि इस उपाय को हर रोज यानि लगातार 21 दिनों तक करना है। आप अपने समय और सुविधा अनुसार सुबह एवं शाम को दोनों समय कर सकते हैं।
इस उपाय को किसी भी शनिवार या मंगलवार के दिन से ही प्रारंभ करना है। इसके साथ ही 21 दिनों तक ब्रह्मचर्य का पालन करना होता है।
सुबह शाम उपाय करने से पहले सरसों के तेल या गाय के घी का एक दीपक जलाना है।
याद रखें पहले एवं आखरी दिन के अलावा 21 दिनों के बीच में जीतने भी शनिवार और मंगलवार के दिन पड़ेंगे उस दिन विशेष रूप से आक के 11 पत्तों की माला अपने हाथ से लाल धागे में पिरोए।
कोशिश करें कि ये उपाय सुबह 8 बजे से पहले एवं रात्रि में 9 बजे से पहले ही करें।
कालसर्प दोष से मुक्ति के लिए
सभी नियमों को ध्यान में रखते हुए शुद्ध, पवित्र होकर आसपास के किसी भी हनुमान मंदिर में जाकर पहले तो एक दीपक जलाएं और साथ ही “ऊँ हनुमते नमः” मंत्र का जप 108 बार जाप करें।
जब भी जाप करना शुरू करें, उसके साथ ही अपने मन में हनुमान जी से कालसर्प दोष से शीघ्र मुक्ति की प्रार्थना मन ही मन करें।
जप के बाद श्री हनुमान चालीसा का पाठ सुबह 5 बार एवं शाम को 2 बार कुल मिलाकर 7 बार पाठ एक दिन में करना है। ऐसा लगातार 21 दिनों तक करना है।
इस उपाय के प्रभाव से बिना रुपया पैसा खर्च किए कुछ ही दिनों में कालसर्प दोष से मुक्त हमेशा के लिए मिल जाएगी।