अपनी दैनिक जरूरतों को पूरा करने के लिए अच्छा स्वास्थ्य और धन चाहिए होता है। इसके लिए धन की देवी लक्ष्मी और धन के देव कुबेर की कृपा होना बहुत जरुरी है। शास्त्रों के अनुसार यदि कुछ आसान उपाय कर लिए जाएं तो धन और स्वास्थ्य संबंधित हर समस्या का हल पाया जा सकता है-
धन लक्ष्मी और बेहतर स्वास्थ्य के लिए दरवाजे का मुख सदा उत्तर-पूर्व दिशा और ईशान कोण की ओर होना चाहिए क्योंकि वहीं से प्राणिक ऊर्जा और धन लक्ष्मी आसानी से घर में आ जाती है। घर का आंगन यानी बीच का स्थान ब्रह्मस्थान होता है यह स्थान थोड़ा उठा हुआ होना चाहिए। दक्षिण-पश्चिम दिशा जितनी ही ऊंची होती है और उत्तर-पूर्व दिशा उतनी ही नीची होती है तो व्यक्ति के घर में उतनी ही खुशहाली आती है। लक्ष्मी को आकर्षित करने के लिए घर को साफ-सुथरा रखना जरूरी है क्योंकि लक्ष्मी स्वच्छ और पवित्र स्थान को ही अपना निवास स्थान बनाती हैं।
रसोई घर भवन के दक्षिण-पूर्व के आग्नेय कोण की पूर्वी दीवार पर बनवाएं और पूर्वी दीवार पर खिड़की या रोशनदान की व्यवस्था करें। इससे रसोई की प्रदूषित वायु निकलती रहती है। रसोई घर में जूठे बर्तनों का जमाव, गंदे पानी का भंडारण, मकड़ी जाले या धुएं से काली दीवार स्वास्थ्य एवं समृद्धि का नाश करती है।
धन वृद्धि के लिए हर रोज़ स्फटिक की माला से ‘ओम श्रीं महालक्ष्मयै नमः’ मंत्र का जाप करें।
एक मुखी और ग्यारह मुखी रुद्राक्ष पहनने से आर्थिक समस्याएं दूर होती हैं।
धन प्राप्त करने में आ रही बाधाएं दूर करने के लिए चावल, दूध और चांदी का दान करें।
कनकधारा स्तोत्र और लक्ष्मी स्तोत्र का पाठ हर रोज़ करने से कभी भी दरिद्रता नहीं आती।