
कई बार सोते समय व्यक्ति को एक दम से किसी ऊंचाई वाली जगह से नीचे गिरने का एहसास डरा देता है। ऐसी सिचुएशन लगभग हर इंसान अपनी जिंदगी में फेस कर चुका है। सोते समय खुद के साथ यूं महसूस करने को अंग्रेजी भाषा में हाइपनिक कहा जाता है। हाइपनिक के दौरान हर एक व्यक्ति को अलग-अलग सिचुएशन का सामना करना पड़ता है। जैसे कि किसी को महसूस होता है कि वह किसी बहुत ऊंची जगह से नीचे गिर रहा है या फिर एक दम से जोर का झटका महसूस होता है। कई बार तो कुछ लोग खुद को बचाने के चक्कर में एक दम से नींद से जाग जाते हैं।
Disease यानि कोई बीमारी नहीं है हाइपनिक जर्क!
कोई बीमारी न होकर यह केवल नर्वस सिस्टम डिस्ऑर्डर की प्रॉबल्म है। रिसर्च के मुताबिक सोते समय झटके महसूस होना सामान्य बात है। ऐसे झटके हर किसी को कभी न कभी महसूस होते हैं। मगर कुछ लोग इन्हें याद रख लेते हैं तो कुछ इन्हें भूल जाते हैं।
हाइपनिक जर्क के कारण
-स्ट्रेस, चिंता, थकान या कैफीन लेना या फिर पूरी नींद न लेने की वजह से भी ऐसा होता है।
-जरुरत से ज्यादा फिजिकल एक्टिविटी या एक्सरसाइज।
-बॉडी में कैल्शियम, मैग्नीशियम या आयरन की कमी।
-Unconfortable Position में सोना या कच्ची नींद से जाग जाना।
-ओवरडोज़ हो जाने पर भी हाइपनिक जर्क के झटके महसूस हो सकते हैं।
– सोने से पहले लेटकर घंटो फोन इस्तेमाल करना।
बचने के उपाय?
-अपनी 7 से 8 घंटे की पूरी नींद लें।
-अगर थकावट ज्याद हो तो सोने से पहले गुनगुने पानी के साथ स्नान करे।
-सोने से 4 घंटे पहले एक्सरसाइज अवोएड करें।
-सोडा, कॉफ़ी या अन्य कैफीन वाली चीजों का सेवन करने से बचें।
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