
ईरान की एक ‘गलती’ उसके लिए बड़ी मुसीबत बन गई है। ईरानी सरकार को यह कबूल करना भारी पड़ गया कि भूलवश उसने तेहरान में यूक्रेन के एयरलाइन को मार गिराया। इस घटना में 176 लोगों की मौत हो गई । इस कबूलनामे के ईरान में सरकार के खिलाफ प्रदर्शन तेज हो गए व जमकर खूनखराबा हो रहा है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, ईरानी एक्टिविस्ट ने वीडियो सार्वजनिक किया है जिसके मुताबिक, सरकार समर्थक बंदूकधारियों ने प्रदर्शनकारियों पर गोलियां चलाईं। ईरान ने शनिवार को माना था उसने गलती से मिसाइल फायर किया जिससे 176 यात्रियों को ले जा रहा विमान क्रैश कर गया।
ईरान की स्थानीय मीडिया में भी एक वीडियो सामने आया है जिसमें तेहरान में एक महिला के शरीर से खून बह रहा है। एक अन्य फुटेज में दिखाई पड़ता है कि रविवार को एक शख्स गोली चलाने के बाद भाग रहा है जबकि मशहूर आजादी स्कवॉयर पर एक महिला की कथित तौर से मौत हो गई । उधर, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने प्रदर्शनकारियों से एकजुटता दिखाई है। उन्होंने ट्वीट करके कहा कि शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे लोगों को मारा नहीं जाना चाहिए। इंटरनेट बंद नहीं होना चाहिए। रविवार को प्रदर्शनकारी काफी गुस्से में दिखाई दिए। उन्होंने अयोतुल्लाह खमनेई के पोस्टर्स फाड़ दिए और उसमें आग लगा दी।
इसके बाद सुरक्षाबलों ने रबर बुलेट्स और टीयर गैस का इस्तेमाल किया। रविवार को लगातार दूसरे दिन ईरान की सड़कों पर विरोध प्रदर्शन हुए। प्रदर्शनकारियों ने ईरान के सर्वोच्च नेता अयोतुल्लाह खमनेई के इस्तीफे की मांग करते हुए नारे लगाए। प्रदर्शन कर रहे लोगों ने कहा है कि जो लोग विमान गिराने के लिए जिम्मेदार हैं और जिन्होंने दोष छिपाने की कोशिश की है, उनके खिलाफ मुकदमा चलना चाहिए। एक रिपोर्ट के मुताबिक, सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों की संख्या कासिम सुलेमानी की मौत के बाद शोक मनाने के लिए निकले लोगों से कम है। आठ जनवरी की सुबह यूक्रेन इंटरनेशनल एयरलाइन्स के बोइंग विमान ने तेहरान से कीव के लिए उड़ान भरी थी।
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