
कोरोना संकट के बीच भी पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। अब उसने फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) की ग्रे सूची से अपना नाम को हटाने के लिए नई चाल चली है। पाकिस्तान ने पिछले 18 महीने में निगरानी सूची से हजारों आतंकवादियों के नाम को हटा दिया है।
अमेरिकी अखबार वॉल स्ट्रीट जनरल की रिपोर्ट के मुताबिक पाक ने अपनी निगरानी सूची से मुंबई में वर्ष 2008 में हुए आतंकवादी हमलों के मास्टरमाइंड और आतंकी गुट लश्कर-ए-तैयबा के आपरेशन कमांडर ज़की-उर-रहमान लखवी समेत 1,800 आतंकवादियों के नाम हटा दिए हैं। एआई के मुताबिक वर्ष 2018 की सूची में लगभग 7,600 नाम थे। पिछले 18 महीनों में इस सूची में अब घटकर 3,800 नाम रह गए हैं। एकत्र किए गए आंकड़ों के मुताबिक, 1,800 नाम तो मार्च, 2020 की शुरुआत से ही हटाए गए हैं।
वहीं पाकिस्तान के गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ताहिर अकबर अवन ने इस पर सफाई देते हुए कहा कि संदिग्ध आतंकवादियों की संख्या बहुत ज्यादा थी और इसमें कई गड़बड़ियां भी थीं।’ उन्होंने कहा कि इस लिस्ट में वे नाम भी शामिल थे जिनकी मौत हो गई है और कई ऐसे भी थे जिन्होंने अपराध तो किया था लेकिन वे किसी प्रतिबंधित आतंकी गुट से जुड़े नहीं थे।
बता दें कि आतंकी फंडिंग के लिए वैश्विक निगरानी संस्था फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (एफएटीएफ) ने पाकिस्तान को ग्रे सूची में रखा है। एफएटीएफ इस साल जून में पाकिस्तान के मनी लॉन्ड्रिंग से 27 बिंदुओं पर लिए ऐक्शन की समीक्षा करने वाला है। हालांकि माना जा रहा है कि एफएटीएफ की बैठक कोरोना वायरस के संकट को देखते हुए टल सकती है।
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