
खुद अपनी सरजमीं पर आतंकियों को पनाह देने वाले पाकिस्तान ने कराची के स्टॉक एक्सचेंज में सोमवार को हुए हमले के पीछे भारत का हाथ बताया है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने मंगलवार को देश की संसद में भारत पर उसे अस्थिर करने का आरोप लगाया है। एक दिन पहले सोमवार को कराची में हुए हमले में करीब 11 लोगों की मौत हो गई थी और देश के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी के बयानों को भारत ने बेतुका बताया था।
इमरान ने संसद में कहा है, ‘बड़ी प्लानिंग से हिंदुस्तान ने पाकिस्तान की अस्थिर करने का प्लान बनाया था। वे बहुत सारा असलहा लेकर आए थे, इनका सिर्फ एक एम था स्टॉक एक्सचेंज में हॉस्टेज करके, मुंबई में की तरह बहुत बड़ी दहशतगर्दी हुई थी।’ इमरान ने कहा कि इसमें कोई शक नहीं है कि हमले के पीछे भारत है। उन्होंने कहा, ‘दो महीने से मेरे कैबिनेट को पता था, मैंने अपने मंत्रियों से कहा था। हमारी एजेंसियां हाई अलर्ट पर थीं।’
पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने भी लगाया था आरोप
इससे पहले कुरैशी ने स्थानीय मीडिया से कहा था कि उन्होंने पहले ही इस बात की चेतावनी दी थी कि भारत पाकिस्तान में अपने ‘स्लीपर सेल’ ऐक्टिवेट कर रहा है। कुरैशी ने आरोप लगाया कि हमले की जिम्मेदारी लेने की बात करने वाली बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (BLA) का संबंध भारत से है। उन्होंने करतारपुर कॉरिडोर को खोले जाने का जिक्र करते हुए कहा कि पाकिस्तान शांति की बात करता है और भारत का जम्मू-कश्मीर में मानवाधिकार उल्लंघन का सच दुनिया के सामने आ रहा है।
भारत ने दिया था करारा जवाब
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने कराची हमले का संबंध भारत से जोड़ने पर पाकिस्तान के विदेश मंत्री की निन्दा की और उनकी टिप्पणियों को ‘बेतुका’ करार दिया। बयान जारी कर मंत्रालय ने कहा है, ‘पाकिस्तान के विपरीत कराची सहित दुनिया के किसी भी हिस्से में उग्रवाद की आलोचना करने में भारत नहीं झिझकता। कराची में हुए उग्रवादी हमले को लेकर पाकिस्तान के विदेश मंत्री की बेतुकी टिप्पणियों को खारिज करता है। पाकिस्तान अपनी घरेलू समस्याओं का आरोप भारत पर नहीं लगा सकता।’
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