
अमेरिका में कुछ युवा कोरोना मरीजों के साथ पार्टी कर रहे हैं। इस पार्टी में शर्त लगाई जा रही है कि आखिर कोरोना मरीज के संपर्क में आने के बाद सबसे पहले कौन वायरस की चपेट में आता है। इस पार्टी में शामिल जो भी शख्स सबसे पहले कोरोना से बीमार पड़ता है उसे पार्टी में शामिल बाकी लोग पैसे दे रहे हैं।
यही नहीं इस तरह की पार्टी के लिए कोरोना मरीजों से खास रिक्वेस्ट की जा रही है कि वो पार्टी में शामिल हों। पहली दफा सुनने में ये बात अजीब और डरावनी लगती है। क्योंकि एक ओर दुनिया में कोरोना मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है और मौत में भी दिनोंदिन इजाफा हो रहा। ऐसे में इस तरह की लापरवाही भला कोई कैसे कर सकता है? लेकिन अमेरिका के अलबामा में इस तरह की कई पार्टियां इन दिनों आयोजित की जा रही हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो टूसकालूसा की सिटी काउंसिलर सोनिया मैककिन्स्ट्री ने इसका जिक्र करते हुए बताया कि जब उन्हें पहले इस तरह की खबरों का पता चला तो उन्होंने सोचा कि ये महज एक अफवाह है। कोई भला इस डरावने माहौल में ऐसा कैसे कर सकता है।
लेकिन जब उन्होंने पता लगाया तो डॉक्टर से लेकर तमाम अधिकारियों ने कहा कि ये अफवाह नहीं है बल्कि ये खतरनाक सच शहर में तेजी से बढ़ रहा है। युवा जानबूझकर इस तरह की पार्टी ऑर्गनाइज कर रहे हैं। इस बात का खुलासा तब हुआ जब एक मरीज इस तरह की पार्टी में शामिल होने के बाद कोरोना की चपेट में आ गया। उसे इस पार्टी के लिए पैसे भी मिले। अधिकारियों का कहना है कि आसपास के इलाके में इस तरह की कई पार्टी का पता चला है लेकिन ये संख्या और भी बड़ी हो सकती है।
सोनिया ने कहा कि इस खबर ने मुझे हिला कर रख दिया। कोई भला ऐसा कैसे कर सकते है। लोग इस तरह की पार्टी में शामिल होकर न जाने कितनों को कोरोना की चपेट में ले आएंगे। ये हाल तब है जब दुनिया में कोरोना मरीजों के मामले में अमेरिका सबसे आगे है। अबतक अमेरिका में 28 लाख से ज्यादा लोग कोरोना की चपेट में आ चुके हैं और 1 लाख 31 हजार से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है।
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