
भारत से सीमा विवाद के बाद नेपाल ने अपना नया नक्शा जारी कर दिया था। इसके बाद देश के संसद सचिवालय ने नया लोगो (National Emblem) भी बनवाया। हालांकि, इसे लेकर गर्व होने की जगह नेता और सांसद ज्यादा नाराज हो गए हैं। दरअसल, सांसदों ने आरोप लगाया है कि इसमें देशे नक्शे और झंडे को गलत तरीके से दिखाया गया है। इसके लिए कार्रवाई की मांग भी की जा रही है।
ऐसे लोगो के लिए दी जाए सजा
काठमांडू पोस्ट के मुताबिक यह लोगो टेक बीर मुखिया ने डिजाइन किया है और ललितपुर में लघु उद्यमियों से इसे बनवाया गया है। संसद सचिवालय ने यह भी कहा है कि यह ऐसा इसलिए दिख रहा है क्योंकि इसे हाथ से बनाया गया है। हालांकि, सत्ताधारी कम्युनिस्ट पार्टी समेत देश के सांसदों ने इसका विरोध किया है। यहां तक कि सांसद विजय सुब्बा ने मांग की है कि ऐसा नक्शा बनाने वाले लोगों को संसद, नेपाल और राष्ट्रीय ध्वज के अपमान के लिए सजा दी जानी चाहिए।
सोने-चांदी के लोगो की कीमत 20 लाख
सांसदों का कहना है कि लोगो पर लगा झंडा फहराता हुआ नहीं है। झंडे पर चांद और सूरज मिल नहीं रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक संसद सचिवालय ने इस लोगो पर करीब 20 लाख नेपाली रुपये खर्च किए हैं। हर लोगो में एक तोला सोना चांदी लगी है और सोने की परत चढ़ी है। ऐसे कुल 684 लोगो शुक्रवार को डिलिवर किए गए हैं।
‘कम समय की वजह से हुईं गलतियां’
वहीं, ललितपुर के उद्योगों के अध्यक्ष गणेश राउत ने माना है कि नक्शे बहुत अच्छे नहीं बने। हालांकि, उन्होंने सफाई दी है कि उन्हें ऑर्डर जल्दी डिलिवर करना पड़ा जबकि इंक को सूखने में 48 घंटे लगते हैं लेकिन उन्हें सिर्फ 12 घंटे ही मिले। उन्होंने यह भी कहा कि जल्दी डिलिवरी के दबाव की वजह से उन्होंने कम अनुभव वाले लोगों से रंग चढ़वाया।
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