
रूस का ‘स्टेट रिसर्च सेंटर ऑफ वायरोलॉजी एंड बायोटेक्नोलॉजी वेक्टर’ कोरोना वायरस (कोविड-19) वैक्सीन के दूसरे चरण का परीक्षण कर रहा है और इसमें भाग ले रहे वॉलंटियर अच्छा महसूस कर रहे हैं और उन्हें किसी तरह की समस्या नहीं है। रूस के वाचडॉग रोसपोट्रेबनेड्जर प्रमुख अन्ना पोपोवा ने ने सोमवार को कहा, ‘‘हां, हम दूसरे चरण में पहुंच गए हैं। आज, क्लीनिकल परीक्षण किए जा रहे हैं। विशेष प्रक्रिया के माध्यम से चुने गए सभी स्वयंसेवक अच्छा महसूस कर रहे हैं। जिन लोगों ने वैक्सीन की खुराक ली है उन्हें किसी तरह की समस्या नहीं हुई।
यहां तक कि शरीर में जिस जगह पर इंजेक्शन लगाई गई वहां पर किसी तरह के निशान भी नहीं हुए। सभी स्वयंसेवकों के शरीर का तापमान भी बिल्कुल सामान्य है।” सुश्री पोपोवा ने कहा कि रूस को महामारी के संकट से प्रभावी रूप से निपटने के लिए कोविड-19 के कई वैक्सीन विकसित करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि रूस के वैज्ञानिक वर्तमान में ऐसा ही कर रहे हैं। सुश्री पोपोवा ने कहा, ‘‘यह बिल्कुल निश्चित है कि रूस समेत प्रत्येक देश के पास विभिन्न वैक्सीन होनी चाहिए। वर्तमान समय में हम ऐसा ही कर रहे हैं।”
गौरतलब है कि रूस में पिछले 24 घंटों के दौरान कोरोना संक्रमण के 4,892 नए मामले सामने आने के साथ ही कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 9,27,745 हो गई है। रूस के कोरोना वायरस प्रतिक्रिया केन्द्र ने सोमवार को एक वक्तव्य जारी कर यह जानकारी दी। इससे एक दिन पहले रूस में कोरोना संक्रमण के 4,969 नये मामले सामने आये थे। वक्तव्य के मुताबिक रूस के 83 क्षेत्रों में पिछले 24 घंटों में कोरोना के 4,892 नये मामले दर्ज किए गए जिनमें से 1,279 लोगों में कोरोना वायरस का कोई भी लक्षण सामने नहीं आया है। इन नये मामलों के सामने आने के बाद देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या अब 9,27,745 हो गयी है और प्रतिदिन 0.5 प्रतिशत की दर से मामले बढ़ रहे हैं।
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